नई आबकारी नीति की अधिसूचना जारी, दो साल में 4,258 करोड़ रुपए के राजस्व का लक्ष्य
आबकारी विभाग प्रदेश की राजधानी देहरादून में सबसे ज्यादा पहले साल लक्ष्य 507 करोड़ और दूसरे साल 533 करोड़ का लक्ष्य रखा है.
नई आबकारी नीति
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Published : Jan 31, 2021, 9:54 PM IST
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Updated : Jan 31, 2021, 10:30 PM IST
देहरादून: नई आबकारी नीति को कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद रविवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है. अधिसूचना में आगामी 2 वर्षों के जिला बार राजस्व तय करते हुए तमाम प्रावधानों को लेकर नियम स्पष्ट किया गया है. त्रिवेंद्र सरकार द्वारा जारी की गई इस बार की संशोधित आबकारी नीति में आगामी 2 वर्षों के लिए राजस्व निर्धारित किया गया है. जिसमें पहले वर्ष 2021-22 के लिए 2057 करोड़ रुपए और दूसरे वर्ष 2022-23 के लिए 2207 करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
नई आबाकारी नीति में जिलेवार निर्धारित किया राजस्व का लक्ष्य
जिला
साल 2021-22
साल 2022-23
नैनीताल
261 करोड़
276 करोड़
उधम सिंह नगर
213 करोड़
238 करोड़
अल्मोड़ा
213 करोड़
238 करोड़
बागेश्वर
45 करोड़
49 करोड़
चंपावत
53 करोड़
57 करोड़
पिथौरागढ़
90 करोड़
98 करोड़
हरिद्वार
320 करोड़
348 करोड़
देहरादून
507 करोड़
533 करोड़
टिहरी
101 करोड़
111 करोड़
पौड़ी
134 करोड़
145 करोड़
उत्तरकाशी
54 करोड़
59 करोड़
रुद्रप्रयाग
56 करोड़
60 करोड़
चमोली
83 करोड़
89 करोड़
कुल तय लक्ष्य
2051 करोड़
2207 करोड़
बता दें कि शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हुआ कैबिनेट बैठक में नई आबकारी नीति पर चर्चा हुआ थी, जिसमें बाद सर्वसम्मति से इसे कैबिनेट ने पास कर दिया था. आबकारी सचिव सचिन कुर्वे ने ईटीवी भारत को बताया कि आबकारी विभाग द्वारा यह लक्ष्य जिलों में केवल दुकानों के लिए निर्धारित किया गया है, लेकिन इसके अलावा लाइसेंस फीस, एक्साइज ड्यूटी और अन्य राजस्व को मिलाकर आबकारी विभाग का कुल मिलाकर पहले साल वर्ष 2021-22 के लिए 3200 करोड़ और दूसरे साल वर्ष 2022-23 के लिए 3600 करोड़ का राजस्व रखा गया है.