देहरादून:उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार आज अपने पद से रिटायर हो गए हैं. उनकी जगह अभिनव कुमार को उत्तराखंड का नया कार्यकारी डीजीपी नियुक्त किया गया है. इस मौके पर एक समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में रिटायर हुए डीजीपी अशोक कुमार और नव नियुक्त कार्यकारी डीजीपी अभिनव कुमार ने अपने अब तक के अनुभव शेयर किए.
आज रिटायर हो गए डीजीपी अशोक कुमार:उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने अपने विदाई समारोह को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि 'मेरे सम्मान में इस समारोह को आयोजित करने के लिए धन्यवाद. यह मेरी 34 साल से अधिक लंबी पुलिस सेवा का आखिरी दिन है. यह मेरा खाकी वर्दी पहनने का आखिरी दिन है. इसने मुझे सेवा के सैकड़ों अवसर दिए. ढेर सारी चुनौतियां भी मिलीं. जब मैंने डीजीपी का कार्यभार संभाला, तो हमारे सामने कोविड की चुनौती थी. हमने उस चुनौती का डटकर सामना किया.'
कार्यकारी डीजीपी ने गर्व का क्षण बताया:उधर उत्तराखंड के नवनियुक्त डीजीपी अभिनव कुमार ने समारोह में कहा कि, 'मुझ पर भरोसा दिखाने के लिए मैं सरकार और मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं. क्योंकि एक राज्य का डीजीपी होना एक बड़ी जिम्मेदारी है. मैं 1999 से यहां पुलिस बल में काम कर रहा हूं. जब उत्तराखंड का गठन हुआ था, तब मैं एएसपी था. इसलिए मेरे लिए यह गर्व की बात है कि पुलिस बल का गठन मेरे सामने हुआ. आज मुझे उसका नेतृत्व करने का मौका मिला है. मैं सभी को बताना चाहता हूं कि मैं उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा.'
अशोक कुमार ने इतने साल की पुलिस सेवा:आज रिटायर हुए डीजीपी अशोक कुमार ने 34 साल से थोड़ा ज्यादा समय तक पुलिस सेवा की. उनके कार्यकाल मेंकोरोना की चुनौती थी. हरिद्वार महाकुंभ हुआ. कांवड़ यात्रा यात्रा में भी पुलिस की कड़ी परीक्षा हुई. चारधाम यात्रा में अच्छी पुलिसिंग देखने को मिली. इसके साथ ही ऑपरेशन स्माइल, ऑपरेशन प्रहार, ऑपरेशन मर्यादा, ड्रग्स फ्री देवभूमि जैसे समाज के लिए उपयोगी अभियान डीजीपी अशोक कुमार के नेतृत्व में उत्तराखंड में चलाए गए.
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