देहरादूनः उत्तराखंड के शहरी जिलों में आए दिन लगने वाले जाम से निजात पाने के लिए पुलिस अब ट्रैफिक वॉलिंटियर की मदद लेने जा रही है. जी हां, देहरादून पुलिस लाइन में मंगलवार को डीजीपी अशोक कुमार ने उत्तराखंड ट्रैफिकवॉलिंटियरयोजना (Uttarakhand Traffic Volunteer) की शुभारंभ की. जिसमें दून में 167 वॉलिटियर्स जुड़े हुए हैं. ये सभी वॉलिंटियर्स देहरादून की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए राज्य पुलिस का सहयोग करेंगे.
उत्तराखंड ट्रैफिक वालंटियर के ये होंगे कार्य
- इस स्कीम के तहत ट्रैफिक वॉलिंटियर यानी यातायात स्वयंसेवक (Traffic Volunteer) अपने नजदीकी क्षेत्र के आसपास स्थित ट्रैफिक जंक्शन पर यातायात कर्मियों के साथ ट्रैफिक संचालन करेंगे.
- वालंटियर अपने आसपास के कॉलेजों, पार्कों, उच्चतम शिक्षण संस्थानों, स्टेडियम, मॉल, टैक्सी/बस स्टैंड, हॉस्पिटल, रेलवे स्टेशन, सरकारी और प्राइवेट कार्यालय आदि में यातायात जागरुकता का प्रचार प्रसार करेंगे.
- सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद (Good Samaritan) करेंगे.
- नो पार्किंग में खड़े वाहनों का उत्तराखंड ट्रैफिक आई ऐप (Uttarakhand Traffic Eyes app) की मदद से फोटो वीडियो अपलोड कर चालान करवाएंगे.
- यातायात पुलिस की ओर से आयोजित किए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे.
- अतिक्रमण हटाने में सहयोग करेंगे.
- पार्किंग स्थलों के संचालन में सहयोग करने के साथ ही नई पार्किंग स्थानों के समीकरण में समन्वय का कार्य करेंगे.
- ट्रैफिक पुलिस के सोशल मीडिया एकाउंट को फॉलो कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएंगे.
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