देहरादून: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होने के बाद अब उत्तराखंड कांग्रेस की नई और छोटी कार्यकारिणी शीघ्र ही वजूद में आने वाली है, जो प्रदेश कार्यकारिणी की सूची कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण के पास पहुंची है, उसमें 28 प्रदेश महामंत्री और 20 से 22 के आसपास कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष और वरिष्ठ उपाध्यक्ष के नाम शामिल हैं.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा का कहना है कि इस बार छोटी कार्यकारिणी दो फेस में निकाली जाएगी. इसमें 50 के आसपास सचिव रहेंगे, जैसे ही आलाकमान से अनुमोदन हो जाता है तो दूसरी सूची भी निकाली जाएगी. इसमें कुल मिलाकर 35 से 38 महामंत्री रहेंगे, उन्होंने बताया कि इस बार कार्यकारिणी को लेकर यह परिवर्तन देखने को मिलेगा कि इस बार महामंत्रियों को कहीं न कहीं के प्रभार सौंपे जाएंगे.
उत्तराखंड कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का गठन जल्द. पढ़ें- इगास पर्व को लेकर महेंद्र भट्ट ने अनिल बलूनी की मुहिम को सराहा, पारंपरिक छुट्टी की मांग उन्होंने बताया कि यह सभी महामंत्री जिला अध्यक्षों के साथ समन्वय करके पार्टी के कामकाज को आगे बढ़ाएंगे. इसके अलावा महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई और कांग्रेस सेवा दल जैसे चार फ्रंटल प्रकोष्ठों को भी दूसरी सूची में रखा गया है. इसके अलावा दो महत्वपूर्ण विभाग अनुसूचित जाति विभाग और अल्पसंख्याक विभाग के भी प्रभारी होंगे.
उन्होंने बताया कि इन प्रभारियों को संबंधित अध्यक्ष के साथ तालमेल बैठाकर विभागों को मजबूत करना होगा. गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है. जल्द ही 26 जिला अध्यक्षों और 225 के करीब ब्लॉक अध्यक्षों के नाम की घोषणा हो सकती है. इसके अलावा प्रदेश कार्यकारिणी को दो सूचियों में रखा गया है.
प्रदेश कार्यकारिणी में 30 के आसपास प्रदेश उपाध्यक्ष, 40 महामंत्री और 50 के आसपास सचिव के नामों की घोषणा होनी बाकी है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के मुताबिक कार्यकारिणी के पदाधिकारियों के नामों की घोषणा दो चरणों में होगी.
उधर, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश चमोली का कहना है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर कांग्रेस पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव और नगर निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगी. उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति जो जमीन से निकलकर संगठन के सर्वोच्च पद पर पहुंचे हैं. निश्चित रूप से राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर उनके नेतृत्व में जो ढांचा तैयार होगा, उससे जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले युवा कार्यकर्ता और पुराने लोगों का सामंजस्य बिठाकर नई कार्यकारिणी बनाई जाएगी.