देहरादून/रामनगर: साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले होने जा रहे सल्ट विधानसभा उपचुनाव से प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है. सल्ट के मैदान में बीजेपी ने सुरेंद्र सिंह जीना के बड़े भाई महेश सिंह जीना पर दांव लगाया है. वहीं, कांग्रेस ने गंगा पंचोली को मैदान में उतारा है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने सल्ट उपचुनाव के बहाने बीजेपी पर निशाना साधा है. प्रीतम सिंह का कहना है कि सल्ट में परिस्थितियां हमारे अनुकूल है. सल्ट की जनता ने इस बार परिवर्तन का मन बनाया है और वहां के लोग कांग्रेस प्रत्याशी को भारी बहुमत से जिताने जा रहे हैं.
कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली के नामांकन में जो परिस्थितियां दिखाई दी, उससे इस बात का पता चलता है कि स्थानीय जनता परिवर्तन चाहती है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी शासनकाल में सल्ट में स्थानीय स्तर की समस्याएं जस की तस हैं. इसे देखते हुए वहां के लोगों ने कांग्रेस को भारी मतों से जिताने का फैसला लिया है.
सहप्रभारी राजेश धर्माणी ने साधा निशाना
वहीं, रामनगर पहुंचे उत्तराखंड के कांग्रेस के सहप्रभारी राजेश धर्माणी ने भी निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी का चार साल का कार्यकाल बेहद निराशाजनक रहा है. बीजेपी सरकार के कार्यकाल में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने कहा कि भाजपा हाईकमान अपनी नाकामी छुपाने के लिए एक टीएसआर को हटाकर दूसरे टीएसआर को प्रदेश की कमान सौंप दी है.
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उन्होंने कहा कि सल्ट विधानसभा के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली की ऐतिहासिक जीत होगी. क्योंकि सल्ट की जनता बीजेपी सरकार से तंग आ चुकी है. उन्होंने कहा कि यह उपचुनाव 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में एक नया इतिहास बनाएगा और प्रदेश में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी.
राजेश धर्माणी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तराखंड में यह तीसरा उपचुनाव है और बीजेपी के नेता कांग्रेस पर परिवारवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते हैं. लेकिन तीनों उपचुनाव में बीजेपी द्वारा बाहरी लोगों को टिकट न देकर परिवार के लोगों को ही टिकट दिया गया है. इससे स्पष्ट है कि कौन सी पार्टी परिवारवाद की राजनीति कर रही है.
सरकार पर साधा निशाना
राजेश धर्माणी ने कहा कि जनता को तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने के बाद कई उम्मीदें जगी थी. लेकिन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी लगातार अपनी विवादित बयानों से उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान से करते हुए जनता का अपमान कर रहे हैं. सरकार जनता की समस्या सुलझाने के बजाय गलत बयानबाजी कर लोगों को भ्रमित करने पर लगी हुई है. बीजेरी ने उत्तराखंड की जनता के साथ पूरी तरह वादाखिलाफी की है.
17 अप्रैल को चुनाव होना है उपचुनाव
सल्ट विधानसभा सीट पर 17 अप्रैल को चुनाव होना है. इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सहूलियत के लिए वोटिंग करने का समय भी एक घंटा बढ़ा दिया है. उपचुनाव के लिए सुबह 8 बजे के स्थान पर सुबह 7 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जो शाम 5 बजे तक चलेगी. मतदान के दौरान कोरोनागाइड लाइन का भी खास ध्यान रखा जाएगा.