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Menstruation Leave Controversy: कांग्रेस और आप ने बीजेपी विधायकों को घेरा, कही ये बात

मेन्स्ट्रुएशन लीव पर अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा में शुरू हुआ विवाद अब देशभर में चर्चा का कारण बन गया है. उत्तराखंड कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की महिला विंग ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

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Menstrual leave controversy

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Published : Mar 16, 2022, 8:25 PM IST

देहरादून: अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा में मेन्स्ट्रुएशन लीव और मासिक धर्म को विधायकों के 'गंदी' चीज कहा. जिसके बाद से ही देशभर में इसे लकर बहस छिड़ गई है. उत्तराखंड में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की महिला विंग ने अरुणाचल प्रदेश के विधायकों के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा इस बयान से भाजपा विधायकों की मानसिकता सामने आई है. जिससे साफ पता चलता है कि वे मानसिक तौर पर दिवालिया हो गये हैं.

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की महिला विंग की सदस्यों ने कहा यह एक बायोलॉजिकल सिस्टम है, जो ईश्वर की तरफ से महिलाओं को दिया गया है. जिस प्रकार से विधायकों ने इसे लेकर बयान दिया है, वो दिखाता है कि इन विधायकों की मानसिकता कितनी गिरी है. इसलिए ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.

उत्तराखंड कांग्रेस और आप ने बीजेपी विधायकों को घेरा

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कांग्रेस प्रवक्ता प्रतिमा सिंह ने अरूणाचल प्रदेश में एक महिला कांग्रेस विधायक प्राइवेट मेंबर बिल विधानसभा में लेकर आई. जिसमें उन्होंने मेन्स्ट्रुएशन लीव की मांग की. जिस पर भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया. भाजपा विधायकों ने इसे 'गंदी चीज' कहा. उन्होंने कहा मासिक धर्म वाली महिला के साथ खाना नहीं खाना चाहिए. यह भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाती है, इसलिए इस प्रकार के विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

आम आदमी पार्टी प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने कहा मानसिक धर्म एक ईश्वर की सरंचना है. यही सृष्टि चला रही है. मगर, जिस प्रकार से अरुणाचल प्रदेश में आज मासिक धर्म पर विधायकों ने बवाल किया है वह उनके मानसिक दिवालियापन का सबूत है. इसलिए इन पुरुषों को समझना चाहिए कि अगर महिलाओं का सम्मान नहीं किया जाएगा तो यह उनके लिए बुरा होगा.

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बता दें अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा में यह विवाद तब शुरू हुआ जब पासीघाट वेस्ट की कांग्रेस सदस्य निनांग एरिंग (Ninong Ering) ने एक प्राइवेट मेंबर बिल रखा. इस बिल में काम करने वाली महिलाओं के लिए मेन्स्ट्रुएशन लीव की मांग की गई थी. इस बिल में यह प्रस्ताव रखा गया था कि मासिक धर्म शुरू होने के पहले दिन वर्किंग महिलाओं और लड़कियों को छुट्टी जरूर दी जाए.

एरिंग ने जापान, इटली और भारतीय राज्यों जैसे केरल और बिहार का हवाला देते हुए बताया कि इन राज्यों में मासिक धर्म के दौरान छुट्टी का प्रावधान है. उन्होंने कहा कि विशेष रूप से मासिक धर्म के पहले दिन की छुट्टी का प्रावधान महिलाओं और लड़कियों को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करेगा.

कांग्रेस सदस्य निनांग एरिंग की यह बात भाजपा के कई विधायकों को रास नहीं आई. कोलोरियांग निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक लोकम टेसर ने यहां तक कह डाला कि विधानसभा में चर्चा के लिए मेन्स्ट्रुएशन लीव एक गंदी चीज है.

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