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दून में उस मैप से हो रही थी पढ़ाई, जिसमें देश की राजधानी थी गायब, पढ़ें पूरी खबर

आपदा प्रभावित मालदेवता क्षेत्र का निरीक्षण करने उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम पहुंची. जहां एक स्कूल में बने शिविर में उन्होंने आपदा प्रभावितों को राहत सामाग्री बांटी. इस दौरान आयोग के सदस्य दीपक गुलाटी ने स्कूल में बने भारत के गलत नक्शे को लेकर प्राचार्य से कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा नक्शे में देश की राजधानी दिल्ली को ही नहीं दिखाना राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है.

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भारत के नक्शे से राजधानी दिल्ली गायब

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Published : Aug 24, 2022, 7:59 PM IST

Updated : Aug 24, 2022, 9:21 PM IST

देहरादून:उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग (Uttarakhand Child Rights Protection Commission) की टीम आपदा प्रभावित मालदेवता (disaster affected Maldevta) के क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान टीम ने शिव जूनियर हाईस्कूल में बने आपदा राहत शिविर में पहुंच कर आपदा प्रभावितों को राशन और राहत सामग्री वितरित (Ration distributed to disaster affected) की. साथ ही शिविर में ठहरे बच्चों की पढ़ाई और खेल कूद संबंधित जानकारी ली.

निरीक्षण के दौरान स्कूल की दीवार पर बने भारत के गलत नक्शे पर आयोग के सदस्य दीपक गुलाटी का ध्यान गया. नक्शे में भारत की राजधानी दिल्ली (India capital Delhi) को नहीं दर्शाया गया था, जिस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की. निरीक्षण के दौरान उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य दीपक गुलाटी ने स्कूल में बने भारत के गलत नक्शे को लेकर प्राचार्य से कड़ी नाराजगी जताई.

स्कूल में बने भारत के मैप से दिल्ली गायब

उन्होंने कहा स्कूल में बने भारत के नक्शे में देश की राजधानी दिल्ली को ही नहीं दिखाया गया है, जो एक तरह से राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में आता है. राष्ट्र धर्म सबसे ऊपर है. इसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जा सकती.

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दीपक गुलाटी ने देश का नक्शा गलत बनाये जाने को लेकर प्राचार्य से बात की तो उन्होंने कहा यह नक्शा लगभग 2 से 4 दिन पूर्व ही बनाया गया है. नक्शे में दिल्ली को ना दर्शाया जाना एक मानवीय भूल है. यह कह कर प्राचार्य ने अपना पल्ला झाड़ लिया, जबकि मौके पर मौजूद नक्शा बनाने वाले पेंटर से गुलाटी ने बात की तो उसने कहा यह नक्शा करीब 20 दिन पहले बनाया गया है.

आयोग के सदस्य दीपक गुलाटी ने कहा शिक्षा के मंदिर में ही देश का नक्शा गलत तरीके से प्रदर्शित किया गया है. ऐसे में यह महज लापरवाही या गलती नहीं, बल्कि राष्ट्र से संबंधित एक गंभीर प्रकरण है. उन्होंने स्कूल के प्राचार्य से नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे तत्काल ठीक करने के लिए कहा.

Last Updated : Aug 24, 2022, 9:21 PM IST

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