देहरादून मा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कु भव्य स्वागत: उत्तराखंड भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष का रूप मा आज महेंद्र भट्टै पूरे शहर भर मा भव्य स्वागत करे गी. ये दौरान बीजेपी कार्यकर्ताऊं एक विशाल रैली भी निकाली. देहरादून महानगर कार्यालय मा सबसे पैली महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट न प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट कु स्वागत करी. ये मौके पर देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, विधायक खजान दास सहित कई भाजपा नेता मौजूद रैन.
धामी कैबिनेट विस्तारै चर्चा शुरू: उत्तराखंड भाजपा मा प्रदेश अध्यक्ष बदलना बाद अब मंत्रिमंडल विस्तारै चर्चा शुरू ह्वे गीन. फिलहाल धामी मंत्रिमंडल मा मंत्रियूं का तीन पद खाली छन. प्रदेश मा नई सरकार का गठन का बाद से मणै जांणू छौ कि मदन कौशिक थै संगठनै जिम्मेदारी से मुक्त करी उंथै सरकार मा जगह दिये जै सकदी, अब उंका संगठन से मुक्त होंणा बाद या चर्चा फिर से तेज ह्वे गी.
'हर घर तिरंगा' अभियानै शुरुआत: उत्तराखंड मा भाजपा न आज 'हर घर तिरंगा' अभियानै शुरुआत करेली. सोमवारौ सीएम धामी, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट न अभियानै शुरुआत करी. उत्तराखंड मा भाजपा न राज्य मा लगभग 20 लाख घौरुं मा तिरंगा लगौणौ लक्ष्य रख्यूं च. ये अभियान मा भाजपा गैलंट्री अवॉर्ड से सम्मानित विजेताऊं थै भी शामिल करली. यू कार्यक्रम 13 अगस्त से 15 अगस्त तक चललू.
आंगनबाड़ी कार्यक्रत्री पुरस्कार शुरू करली धामी सरकार: धामी सरकार तीलू रौतेली पुरस्कार का दगड़ि ही आंगनबाड़ी कार्यक्रत्री पुरस्कार भी शुरू कन्न वाली च. कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य न बथै सभी जिलों बटी यां कु थै आंगनबाड़ी वर्करुं की लिस्ट मंगै गी. 8 अगस्तौ तीलू रौतेली पुरस्कार का दगड़ि ही आंगनबाड़ी वर्करुं थै भी सम्मानित किये जाली, ज्या कु थै लेकी कार्य योजना भी तैयार ह्वे गी. यां मा ऊं महिलाऊं थै सम्मानित किये जालू जौन शिक्षा, समाज, पर्यावरण सहित अन्य क्षेत्रूं मा उत्कृष्ट कार्य करी हो.
AIIMS ऋषिकेश मा बच्चों थै एक्सीलेंट सेंटर:प्रदेश मा शिशु मृत्यु दर मा कमी लौणौ ऋषिकेश एम्स निदेशक न तैयारी शुरू करेन. अब जल्द ही एम्स ऋषिकेश मा बीमार बच्चों थै एक्सीलेंट सेंटर तैयार किये जालू. या का तहत अब एम्स ऋषिकेश मा आउटरीच बच्चों थै भी इलाज दिये जालू. यां का अलावा भविष्य मा दुर्गम क्षेत्रूं तक बीमार बच्चौं थै ड्रोन का माध्यम से दवै पौछये जाली. बथै द्या उत्तराखंड मा बच्चों की मृत्यु दर राष्ट्रीय अनुपात से भौत ज्यादा च, ज्या का कारण अब यू प्रयास तेज ह्वे गीन.