देहरादूनःबीते 3 जनवरी को उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक एमपीएस बिष्ट का कार्यकाल पूरा हो चुका है, तो वहीं बीते तीन सालों की उपलब्धियों को देखते हुए एक बार फिर से उन्हें दोबारा निदेशक की जिम्मेदारी दी जा सकती है. बीते 3 सालों में USAC की क्या कुछ उपलब्धियां रहीं.
तीन सालों में कई उपलब्धि भरा रहा यूसेक का कार्यकाल. पूर्व में गढ़वाल विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में अध्ययन को लेकर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके प्रोफेसर महेंद्र प्रताप सिंह बिष्ट बीते 3 सालों से उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. वहीं, उनके कार्यकाल पूरा हो जाने के बाद एक बार फिर से उन्हें ही अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक की जिम्मेदारी दी जा सकती है.
पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों की अगर बात करें तो ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रोफेसर एमटीएस बिष्ट ने बताया कि जब उन्हें निदेशक की जिम्मेदारी दी गई थी, उस समय उत्तराखंड के सभी महत्वपूर्ण स्थल रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, पर्यटक केंद्रों, सरकारी आवासों में लगे मानचित्र नॉट टू द स्केल हुआ करते थे, जिन्हें उनके द्वारा आते ही सबसे पहले टू द स्केल किया गया. उनके द्वारा यह काम पूरे प्रदेश भर में पहले दो महीने के भीतर कर दिया गया.
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इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में उनके द्वारा कई महत्वपूर्ण ज्योग्राफिकल साइटमैप बनाए गए, जिसमें पाताल भुवनेश्वर एक बड़ी उपलब्धि है, जहां पर सात अन्य गुफाएं भी मानचित्र में उकेरी गईं. इसके अलावा प्रदेश में आपदा के दृष्टिगत भी उनके द्वारा कई कार्य किए गए, जिसमें सभी महत्वपूर्ण नदियों के स्रोतों के ऊपरी इलाके में जिले प्रस्तावित की गई, जिससे नदी का वाटर रिचार्ज बना रहे. इसी तरह से कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां पिछले कार्यकाल में उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र की रही है