मसूरीः नगर पालिका मसूरी में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की शिकायत पर जांच शुरू हो गई है. मामले की जांच शहरी विकास विभाग की ओर से किया जा रहा है. इसी कड़ी में शहरी विकास के अपर निदेशक अशोक पांडे पांच सदस्य टीम के साथ नगर पालिका कार्यालय पहुंचे. जहां टीम ने शासन स्तर पर किए गए शिकायतों का संज्ञान लेकर जांच शुरू की. जिससे मसूरी नगर पालिका में हड़कंप मचा रहा.
बता दें कि शिकायतकर्ता शेखर पांडे ने मसूरी नगर पालिका के ई-टेंडर में घोटाले का आरोप लगाया है. जिसमें उन्होंने रेंजर झूले की स्थापना एवं संचालन, लाइब्रेरी कार पार्किंग, कंपनी गार्डन, कैफेटेरिया एवं म्यूजियम के साथ अन्य निर्माण कार्यों में निविदाओं को लेकर घोटाले की बात कही है. इसके अलावा उन्होंने कंप्यूटर, फोटो स्टेट मशीन और प्रिंटर कार्टेज खरीद में भी घोटाले का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि पालिका की ओर से ₹600 से ₹1200 तक मिलने वाली कंप्यूटर कार्टेज को ₹4800 से लेकर ₹9000 तक की खरीद की जा रही है.
शिकायतकर्ता शेखर पांडे का आरोप है कि नगर पालिका मसूरी की ओर से मनमाने तरीके से निविदाओं की शर्त तय किया जा रहा है. साथ ही शासन के स्वीकृत प्रस्ताव के विपरीत कार्य किया जा रहा है. जिससे मसूरी नगर पालिका को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है. कई सामानों की खरीद में भी कमीशनखोरी के लिए राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है. लिहाजा, अनियमितता मामले में जांच की मांग की गई है.
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