देहरादून: अपनी मांगों को लेकर बीते 55 दिनों से आंदोलनरत उपनल कर्मियों ने सीएम आवास कूच किया. लेकिन न्यू कैंट रोड स्थित हाथीबड़कला चौकी के पास मौजूद भारी पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई. जिसके बाद आक्रोशित उपनल कर्मचारी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और राज्य सरकार पर उनकी मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाया.
उपनल कर्मियों ने किया सीएम आवास कूच ये भी पढ़ें:उपनल कर्मियों की हड़ताल के कारण विभागीय कार्य ठप, लोग परेशान
अपनी मांगों को लेकर पहले सभी प्रदर्शनकारी परेड ग्राउंड में एकत्रित हुए और वहां एक सभा का आयोजन किया. उसके बाद उपनल कर्मचारी पैदल मार्च करते हुए सीएम आवास की ओर बढ़े. लेकिन पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को हाथीबड़कला चौकी के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई.
उपनल कर्मचारी हिमांशु जोशी का कहना है कि उपनल के माध्यम से विभिन्न विभागों में लगे कर्मचारी समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय नैनीताल ने नवंबर 2018 में उपनल कर्मचारियों की समान काम समान वेतन, चरणबद्ध तरीके से समायोजित और जीएसटी व सर्विस टैक्स ना काटे जाने को लेकर राज्य सरकार को निर्देशित किया था, लेकिन सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई.
उन्होंने कहा कि 10-15 सालों से विभिन्न विभागों में कार्यरत उपनल कर्मचारी समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण के भी हकदार हैं, लेकिन सरकार की अदूरदर्शिता के चलते वो आर्थिक रूप से कमजोर होते जा रहे हैं. वहीं, उपनल कर्मचारी महासंघ की मांगों के समर्थन में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना और आम आदमी पार्टी के नेता भी शामिल हुए.