देहरादून: देश-दुनिया में मौसम के बदलते स्वभाव पर वैज्ञानिक अध्ययन करने में जुटे हुए हैं. ग्लोबल वार्मिंग से लेकर कई दूसरे पर्यावरणीय बदलावों को इसकी वजह माना जा रहा है. उत्तराखंड में भी मानसून के दौरान कुछ ऐसे आंकड़े सामने आए हैं जो चिंता पैदा करने वाले हैं. मानसून के दौरान हिमालयी राज्य उत्तराखंड में क्षेत्रीय आधार पर बरसात के असंतुलन की स्थिति दिखाई दी है. हैरानी की बात यह है कि मौसम विभाग भी बारिश के इन असंतुलन के आंकड़ों से चिंतित दिखाई दे रहा है. उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य में रेनफॉल के असंतुलन की क्या स्थिति है, आइये आपको बताते हैं...
दरअसल, मौसम वैज्ञानिक मानते हैं कि पिछले कुछ सालों में मौसम के स्वरूप में बड़ा बदलाव आया है. गर्मी, सर्दी और बरसात के मौसम में सभी जगह न केवल समय में कुछ अंतर दिखाई दे रहा है, बल्कि इसके पैटर्न में भी बड़ा बदलाव दिखाई दिया है. उत्तराखंड में भी मानसून सीजन के दौरान बरसात की मात्रा को लेकर कुछ ऐसा ही असंतुलन देखने को मिल रहा है. प्रदेश के हायर हिमालयन रीजन से लगे जिलों में मानसून का ज्यादा असर दिखाई दे रहा है. यहां पर 2 जिले बारिश से ज्यादा प्रभावी दिखाई दे रहे हैं. उधर जो जिले हिमालयन रीजन से हटकर हैं, वहां बारिश सामान्य से भी कम मिल पा रही है.
पढे़ं-सचिवालय सेवा से जुड़े अधिकारियों के प्रमोशन, 7 अधिकारियों का बढ़ा कद