देहरादून:उत्तराखंड क्रांति दल पहाड़ के गांधी के नाम से विख्यात स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी और शहीद राज्य आंदोलनकारियों के लिए पितृ श्राद्ध करेगा. आखिरी अमावस्या यानी 17 सितंबर को यूकेडी ने इसके लिए वृहद तैयारियां की हैं. इसी दिन उक्रांद के नेता और कार्यकर्ता यह प्रतिज्ञा भी लेंगे कि शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों के बलिदानों को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा. साथ ही उनके सपनों को साकार किया जाएगा.
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता सुनील ध्यानी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण हुए 20 वर्ष हो चुके हैं. लेकिन शहीदों ने जिस उत्तराखंड राज्य की परिकल्पना करते हुए अपना जीवन न्योछावर किया, उस उत्तराखंड राज्य का सपना अभी भी पूरा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं उनकी आत्मा यह कह रही होगी कि यह कैसा उत्तराखंड बना है, जहां बेरोजगारी और पलायन जैसे हालात बदस्तूर बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि पितृ श्राद्ध में पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्धकर्म किए जाते हैं. इसलिए आखिरी अमावस्या यानी गुरुवार को उत्तराखंड राज्य के शहीदों और दल के पितृ पहाड़ के गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी को पितृ श्राद्ध दिया जाना तय किया गया है. इसके लिए सभी राज्य आंदोलनकारी संगठनों और गणमान्य लोगों को पितृ प्रसाद ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया गया है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में दल के सभी नेतागण पितृ तर्पण में शामिल होने जा रहे हैं.
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