देहरादून: कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच पूरा देश 3 मई तक लॉकडाउन है. इस दौरान जो जहां है, वहीं फंस गया गया है. जिसकी वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उत्तराखंड क्रांति दल ने लॉकडाउन के दौरान अन्य प्रदेशों में फंसे उत्तराखंड के लोगों की घर वापसी की मांग को लेकर राज्यपाल को ईमेल के जरिए ज्ञापन सौंपा.
उत्तराखंड क्रांति दल के प्रवक्ता सुनील ध्यानी का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ऐसे में लॉकडाउन की वजह से अन्य राज्यों में फंसे उत्तराखंड के लोगों को वापस लाने की सरकार व्यवस्था करें.
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सुनील ध्यानी ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य सरकार गुजरात के लोगों को बसों से घर भेजने का इंतजाम कर सकती है. लेकिन उत्तराखंड के लोगों को वापस लाने का इंतजाम नहीं कर सकती है. त्रिवेंद्र सरकार राज्य के बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की दिशा में कोई कदम नहीं बढ़ा रही है.
यूकेडी के प्रवक्ता का कहना है पलायन की वजह से वैसे ही पहाड़ी क्षेत्र खाली पड़े हुए हैं. राज्य का नौजवान रोजी-रोटी के लिए प्रदेश के बाहर अन्य राज्यों में रह रहा है. ऐसे मे कोरोना महामारी की वजह उनके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है. लेकिन उत्तराखंड सरकार राज्य के लोगों को वापस लाने की दिशा में गंभीरता नहीं दिखा रही है.