विकासनगर: 8 अक्टूबर को जहां मैदानी इलाकों में दशहरा पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा. वहीं, जौनसार बाबर में पाइंता पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं. इस पर्व में जौनसार के कुरौली और उदपाल्टा गांव के ग्रामीणों के बीच गागली युद्ध होगा. इस युद्ध में हार-जीत का फैसला नहीं होता है. इस पर्व में पश्चाताप को लेकर दोनों गांव के ग्रामीण गागली युद्ध करते हैं. इसके पीछे दो बहनों की कहानी प्रचलित है.
जौनसार के कालसी ब्लॉक क्षेत्र के कुरौली और उदपाल्टा के ग्रामीण दशहरे पर्व पर पाइंता पर्व मनाते हैं. दोनों ही गांव के ग्रामीण अपने गांव के सार्वजनिक स्थल पर इकट्ठे होकर ढोल दमाऊ की थाप पर नाचते हैं. हाथ में गागली के डंठल को लहराते हुए कियाणी देवधार नामक स्थल पर पहुंचते हैं, जहां पर दोनों गांव के ग्रामीणों के बीच युद्ध की शुरुआत होती है. इस पर्व में पहले युद्ध होता है फिर दोनों गांव के ग्रामीण गले मिलकर एक दूसरे को पर्व की बधाई देते हैं. उसके बाद सार्वजनिक स्थल पर ढोल दमाऊ की थाप पर सामूहिक रूप से पारंपरिक नृत्य का दौर चलता है.