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NIVH कुकर्म मामला: आरोपी छात्र निलंबित, दो अधिकारी की भी हो सकती है गिरफ्तारी

सीओ सदर इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की वारदात को रोकने के लिए किस तरह के कदम उठाए जाए उस पर विचार किया जा सके.

NIVH कुकर्म मामला

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Published : Sep 17, 2019, 8:19 PM IST

Updated : Sep 17, 2019, 11:31 PM IST

देहरादून:राजधानी देहरादून में स्थित एनआईवीएच (राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान) में नाबालिग छात्र के साथ हुए कुकर्म के मामले में संस्थान से जुड़े दो अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है. पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों ने इस तरह के कई मामले को दबाने की कोशिश की है. जिनकी पुलिस अभी भी जांच कर रही है. वहीं आरोपी छात्र ने पुलिस को बताया है कि उसने पहले भी अन्य छात्रों के साथ कुकर्म की वारदात को अंजाम दिया था.

आरोपी छात्र को संस्थान से निलंबित कर दिया गया है. साथ ही इस पूरे प्रकरण पर अब चाइल्ड राइट्स प्रोटक्शन कमेटी को जांच सौंप दी गई है. इसके अलावा देहरादून के सीओ सिटी भी संस्थान में ताजा घटना व पूर्व में हुए इस तरह के मामलों की जांच को विस्तृत रूप से करेंगे ताकि संस्थान में ऐसे मामलों पर अंकुश लगाया जा सके.

NIVH कुकर्म मामला

पुलिस अभी इस मामले में तथ्यों और साक्ष्यों को जुटाने में लगी हुई है. वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस को आशंका है कि जांच के दौरान सस्थान में कुकर्म से जुड़े हुए कई और मामले सामने आ सकते है. हालांकि इन्वेस्टीगेशन के बाद ही पूरी तस्वीर साफ हो पाएगी. जिसके बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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इस मामले में देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि अभी मामले की जांच की जा रही है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी. सीओ सदर इस मामले में एक विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार कर रहे है, ताकि भविष्य में इस तरह की वारदात को रोकने के लिए किस तरह के कदम उठाए जाए उस पर विचार किया जा सके.

बता दें कि एनआईवीएच के दृष्टिबाधित छात्र ने एक छात्र पर कुकर्म का आरोप लगाया था. डर के चलते वह कुछ दिन चुप रहा, लेकिन जब उसे लगा कि वह अगर अभी भी चुप रहा तो आरोपी छात्र उसे आगे भी परेशान करता रहेगा. लिहाजा पीड़ित छात्र ने बीते 11 सितंबर को मामले की जानकारी प्रिंसिपल को दी. जिसके बाद प्रिंसिपल मामले की जानकारी राजपुर पुलिस को दी.

आरोपी छात्र के इस खुलासे के बाद संस्थान के निदेशक द्वारा पूरे कर्मचारियों के साथ बैठक लेकर हॉस्टल के दोनों प्रशासनिक वार्डन को हटाने के निर्देश भी दे दिए गए हैं. इसके अलावा इस पूरे मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को नए वार्डन के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है.

इतना ही नहीं संस्थान ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एक ही हॉस्टल में रहने वाले जूनियर और सीनियर छात्रों को अलग रखने का फैसला लिया है. साथ ही हॉस्टल के आसपास सीनियर छात्रों की आवाजाही पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है.

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पुलिस ने जब आरोपी छात्र के बयान लिए लिए तो कई चौंकाने वाली बात सामने आई. आरोपी छात्र संस्थान में कई और छात्रों के साथ इस तरह की हरकत कर चुका था. लेकिन संस्थान के अधिकारियों ने मामले को दबा कर रखा था. हालांकि अब पुलिस ने सभी मामलों की जांच शुरू कर दी है, जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में कई लोगों पर गाज गिर सकती है.

Last Updated : Sep 17, 2019, 11:31 PM IST

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