देहरादून: साल 2020 में पूर्ण रूप से अस्तित्व में आने के बाद उत्तराखंड देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड, चारधाम की व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के साथ ही बोर्ड में सदस्यों को शामिल करने की प्रक्रिया में लगा हुआ है. ताकि बोर्ड को पूरे मजबूती के साथ संचालित किया जा सके. इसी कड़ी में संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को एक प्रस्ताव भेजा था. जिसमें भारत सरकार के संस्कृति और पर्यटन विभाग के एक-एक संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में नामित किया जाए. जिस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुहर लगा दी है.
उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने, यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देने और प्रदेश के अन्य मंदिरों को भी एक बोर्ड के अधीन लाने के लिए राज्य सरकार ने उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड का गठन किया. बोर्ड में प्रदेश के मुख्यमंत्री को बोर्ड का अध्यक्ष, धर्मस्व मंत्री को बोर्ड का उपाध्यक्ष और सम्बंधित क्षेत्रों के सांसद, विधायक और प्रमुख दानकर्ता को बोर्ड में सदस्य के रूप में शामिल किया गया है.
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