देहरादून:उत्तराखंड सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2019-20 में दूसरी बार फिर से 250 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है, जो मंगलवार को सरकार के खाते में पहुंच गया है. हालांकि इससे पहले भी राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2019-20 शुरू होते ही अप्रैल महीने में 500 करोड़ रुपए का कर्ज लिया था. इसके साथ ही चालू वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार के कर्ज का आंकड़ा बढ़कर 750 करोड़ पहुंच गया है.
मौजूदा समय से वेतन, भत्ते, पेंशन, मानदेय और एरियर के बढ़ते बोझ के चलते तत्कालिक तौर पर निजात पाने के लिए ही राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में दोबारा कर्ज लिया है. उत्तराखंड राज्य अपनी विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते सीमित संसाधनों में सिमटा हुआ है.
यही वजह है कि कम आमदनी और ज्यादा खर्च के इस संकट से अमूमन उत्तराखंड राज्य जूझता रहता है और हर महीने राज्य सरकार के सामने बड़ी वित्तीय समस्या कर्मियों के वेतन, मानदेय भुगतान की होती है. लेकिन अपने संसाधनों के बूते राज्य सरकार इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रही है. लिहाजा राज्य हर वित्तीय वर्ष में भारी-भरकम कर्ज लेकर कर्मचारियों का पेट भरने के लिए बाध्य है.