देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 47 सीटें हासिल की हैं. जिसके चलते प्रदेश में बीजेपी सरकार बनाने जा रही है. वहीं, इस चुनाव में ऐसी कई सीटें थीं, जिनमें मुकाबला त्रिकोणीय होने से हार जीत के समीकरण ही बदल गए. इन सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों को ही नुकसान झेलना पड़ा. हालांकि, इन त्रिकोणीय मुकाबलों में अधिकांश सीटों पर कांग्रेस को ज्यादा क्षति पहुंची है.
इस चुनाव में बीजेपी ने बहुमत से ज्यादा सीटों का आंकड़ा पार कर लिया है, लेकिन अगर कुछ सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय नहीं होता तो बेशक चुनाव नतीजों में बदलाव जरूर दिखाई देता. राज्य की 33 विधानसभा सीटें ऐसी थी, जहां त्रिकोणीय मुकाबले में कई सीटों पर बीजेपी को फायदा हुआ तो कई पर कांग्रेस को नुकसान झेलने पड़ा. त्रिकोणीय मुकाबले के चलते ही बसपा ने इस चुनाव दो सीटें हासिल की तो दो निर्दलीय प्रत्याशी भी जीतकर आए. जिससे पता चलता है कि बसपा, आम आदमी पार्टी, यूकेडी समेत निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी इस चुनाव में कड़ी टक्कर दी.
इन विधानसभा सीटों पर रहा त्रिकोणीय मुकाबला: उत्तराखंड की जसपुर, बागेश्वर और बाजपुर विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने मुकाबले को त्रिकोणीय किया. इस तीनों ही सीटों में कांग्रेस के प्रत्याशी को भारी नुकसान हुआ. इस क्रम में भीमताल विधानसभा सीट पर लाखन सिंह नेगी बीजेपी के बागी रहे, जिन्होंने मुकाबले को त्रिकोणीय किया. हालांकि, इस सीट पर बीजेपी के सिंबल पर लड़ने वाले राम सिंह कैड़ा ने ही जीत हासिल की.
वहीं, धनौल्टी विधानसभा सीट पर बीजेपी के बागी महावीर सिंह राजगढ़ ने मुकाबले को त्रिकोणीय किया और इससे बीजेपी को भारी नुकसान हुआ. बावजूद इसके यहां भी बीजेपी के ही प्रीतम सिंह पंवार ने जीत हासिल की. इस चुनाव में घनसाली सीट पर कांग्रेस के भीम लाल आर्य ने मुकाबले को त्रिकोणीय किया, जिसके कारण बीजेपी के शक्ति लाल शाह को चुनाव जीतने में ज्यादा मुश्किल नहीं आई.
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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में झबरेड़ा, ज्वालापुर, काशीपुर, खानपुर, भगवानपुर सीटों में बसपा के प्रत्याशियों ने मुकाबले को त्रिकोणीय किया और इसमें सीधे तौर पर बीजेपी को फायदा हुआ. वहीं, खानपुर विधानसभा सीट पर भी मुकाबला त्रिकोणीय रहा. इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में निर्दलीय उमेश कुमार ने जीत हासिल की. हालांकि, इस हरिद्वार जिले की 11 विधानसभा सीटों में से बीजेपी को तीन ही सीटें हासिल हुईं. जबकि, कांग्रेस के हिस्से इस चुनाव में 5 सीटें आई. वहीं, दो सीटें बसपा और एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की.
वहीं, कर्णप्रयाग विधानसभा सीट पर बीजेपी के बागी टीका प्रसाद मैखुरी ने चुनाव लड़ा लेकिन यहां भी बीजेपी के ही प्रत्याशी ने जीत हासिल की. हालांकि, कांग्रेस को यहां नुकसान झेलना पड़ा. काशीपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के त्रिलोक सिंह ने जीत हासिल की. जबकि यहां मुकाबला चतुष्कोणीय रहा, यहां पर आम आदमी पार्टी और बीएसपी ने इस मुकाबले को दिलचस्प किया और दोनों ही प्रत्याशियों ने कांग्रेस की हार को सुनिश्चित कर दिया.