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NH पर सबसे अधिक हादसे, अधिकांश टू व्हीलर-कार सवार होते हैं शिकार

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Published : Jul 27, 2021, 8:06 PM IST

मंगलवार को विधानसभा में परिवहन मंत्री यशपाल आर्य (transport minister yashpal arya) ने राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति (road safety committee review meeting) समीक्षा बैठक ली. बैठक में सामने आया कि उत्तराखंड में नेशनल हाईवे पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती है.

Transport Minister Yashpal Arya
परिवहन मंत्री यशपाल आर्य

देहरादून: उत्तराखंड के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य (transport minister yashpal arya) की अध्यक्षता में मंगलवार को विधानसभा में राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति (road safety committee review meeting) समीक्षा बैठक आयोजित की गई. बैठक में परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, यातायात पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और समिति से जुड़े हुए अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे.

स्वास्थ्य विभाग को किया निर्देशित: बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने पर विस्तार से चर्चा की गई है. इसके साथ ही दुर्घटना का शिकार हुए लोगों को तत्काल उपचार मिल सके, इस पर भी बात की गई. मंत्री यशपाल आर्य (yashpal arya) ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि दुर्घटना के समय गोल्डन आवर में लोगों का जीवन बचाने हेतु निजी एंबुलेंस को भी सरकारी 108 एंबुलेंस की तरह उपयोग में लाया जाए. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को एक प्रस्ताव बनाने को कहा गया है. साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सभी एंबुलेंस में जीपीएस लगाने को कहा गया है. ताकि उनकी सही तरीके से मॉनिटरिंग की जा सके.

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हादसों का बड़ा कारण खस्ताहाल सड़कें: दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण खस्ताहल सड़कें भी हैं. इसीलिए मंत्री यशपाल आर्य ने लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को सड़कों की हालत दुरुस्त करने के निर्देश दिए. साथ ही एक्सीडेंट प्रोन एरिया को चिन्हित कर उनका बारीकी से अध्ययन करने और इन्फ्रास्ट्रक्चर (ब्लैक स्पॉट, स्पीड ब्रेकर, साइन बोर्ड, क्रैश बैरियर इत्यादि) में सुधार करने के लिए कहा है. इसके अलावा जो भी कार्य लंबित पड़े हैं, उन्हें प्राथमिकता आधारित पूरा किया जाए.

ट्रैफिक पुलिस को सख्ती बरतने के आदेश: मंत्री यशपाल आर्य ने ट्रैफिक पुलिस को सख्ती बरतने के आदेश दिए है. नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. सड़क सुरक्षा की दृष्टि से जोखिम स्थलों पर पेट्रोलिंग बढाई जाए. नेशनल और स्टेट हाईवे पर अवैध रूप से खोले गये रोड मीडियन्स को चिन्हित करते हुए उन्हें बंद किया जाए.

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परिवहन विभाग को स्थलीय निरीक्षण के आदेश:मंत्री यशपाल आर्य ने परिवहन विभाग को निर्देश दिए कि जिले में ऐसी सड़कें जिनका सड़क सुरक्षा समिति ने अभीतक निरीक्षण नहीं किया है. उनका जल्द ही स्थलीय निरीक्षण किया है. स्थलीय निरीक्षण में जो भी कमी दिखें, उसे जल्द ही दूर किया जाए.

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नेशनल हाईवे पर दुर्घटनाएं ज्यादा: बैठक के दौरान आयुक्त परिवहन ने अवगत कराया कि राज्य में सर्वाधिक दुर्घटनाए राष्ट्रीय राजमार्ग पर घटित होती है. दोपहिया वाहनों और निजी कार से अधिक दुर्घटनाए घटित हुई है. इसमें ही अधिकतर लोगो की मौत होती है. देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंह नगर तीनों जनपदों में सर्वाधिक ब्लैक स्पॉट चिन्हित किये गये हैं. इनके तीव्र सुधारीकरण की कार्यवाही गतिमान है. इसके अतिरिक्त उन्होने व्यापक पैमाने पर लोगों को सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित मानक से लगातार जागरूक करने और ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए हैं.

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