मसूरी: उत्तराखंड में पहली बार मसूरी वन प्रभाग के तत्वाधान में स्वानंद गौ विज्ञान संस्था नागपुर के सहयोग से बंगलों की कांडी में गाय के गोबर से निर्मित उत्पाद बनाने हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इसमें ग्रामीण महिलाओं को गाय के गोबर से बनाये जाने वाले उत्पादों का प्रशिक्षण दिया गया. वहीं इस शिविर में महिलाओं ने बडे़ ही उत्साह के साथ प्रतिभाग किया.
इस मौके पर मसूरी वन प्रभाग की डीएफओ कहकशां नसीम ने बताया कि वन विभाग के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की आर्थिकी को मजबूत करने व गोबर से बने उत्पादों को व्यावसायिक रूप देने के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है. इसमें महिलाओं ने बड़े उत्साह से प्रतिभाग किया है. इसके लिए मशीनें मंगवाई गईं व उससे गाय के गोबर से दीए, धूपबत्ती, लकड़ी आदि बनायी जा रही है. इसका अच्छा रिस्पांस मिल रहा है और इसकी मांग लगातार बढ़ रही है. साथ ही यह कार्यक्रम यमुना व अगलाड़ घाटी में पूरे क्षेत्र में किया जा रहा है.
साथ ही उन्होंने कहा कि वन विभाग इसमें इसलिए जुड़ा कि इससे वनों पर दबाव कम पडे़गा. वहीं, इसमें जड़ी-बूटियों का प्रयोग भी किया जायेगा, ताकि उत्पाद अच्छे बनें. यह आजीविका समर्थन कार्यक्रम के तहत किया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि इससे पलायन भी रुकेगा और गांव की आर्थिकी भी मजबूत होगी. साथ ही जंगल भी सुदृढ़ और समृद्ध होंगे और जंगलों पर दबाव कम पडे़गा.