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कृषि कानूनों के खिलाफ 8 दिसंबर को भारत बंद का ट्रेड यूनियन ने किया समर्थन

कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में आज इंटक कांग्रेस की बैठक हुई. जिसमें निर्णय लिया गया कि विभिन्न ट्रेड यूनियन आगामी 8 तारीख को किसानों द्वारा घोषित भारत बंद का समर्थन करेगी.

hira singh bisht
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Published : Dec 6, 2020, 4:38 PM IST

Updated : Dec 6, 2020, 4:57 PM IST

देहरादूनःकिसान संगठनों की ओर से आगामी 8 दिसंबर को बुलाए गए भारत बंद को लगातार समर्थन मिल रहा है. इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए अब विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने भी किसानों की मांग को जायज ठहराते हुए आगामी 8 तारीख को सड़कों पर उतरने का ऐलान किया है.

आंदोलन का समर्थन देने के लिए कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में आज इंटक कांग्रेस की बैठक हुई. जिसमें निर्णय लिया गया कि विभिन्न ट्रेड यूनियन आगामी 8 तारीख को भारत बंद का समर्थन करेगी. इस दौरान इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट का कहना है कि सभी ट्रेड यूनियनों ने किसानों की मांगों को जायज ठहराते हुए भारत बंद का समर्थन किया है.

भारत बंद का ट्रेड यूनियन ने किया समर्थन.

पढ़ेंः उत्तराखंड के किसानों ने भी किया दिल्ली कूच, कांग्रेस ने की कृषि बिलों को रद्द करने की मांग

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से नए कृषि कानूनों को बनाकर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने की योजना है. उन्होंने कहा कि जिस तरह केंद्र सरकार ने श्रमिक कानूनों को जल्दबाजी में पास कराकर मजदूरों का कहक छीनने का काम किया है. उसी प्रकार से तीन कृषि विधेयकों को कानून बनाकर केंद्र सरकार ने किसानों को चोट पहुंचाई है.

वे आगे कहते हैं कि किसान देश के अन्नदाता हैं और यह देश की खुशहाली में अपना महत्वपूर्ण योगदान अदा करते हैं. ऐसे में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. देशभर के किसान अपनी मांगों को लेकर दिन-रात आंदोलनरत हैं. लेकिन देश के प्रधानमंत्री मौन बैठे हुए हैं. हीरा सिंह बिष्ट का कहना है कि प्रधानमंत्री को यदि सर्वदलीय बैठक करनी ही थी तो श्रमिकों, किसानों और महंगाई पर करते, लेकिन सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है.

Last Updated : Dec 6, 2020, 4:57 PM IST

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