डोईवाला किसान आंदोलन के आगे झुकी सरकार डोईवाला:किसानों के आंदोलन के आगे सरकार ने हार मान ली है. डोईवाला में टाउनशिप बनाने और शुगर मिल के बंद करने के निर्णय सरकार ने वापस ले लिया है. मुख्य सचिव से वार्ता के बाद किसानों ने धरना समाप्त किया. संयुक्त किसान मोर्चे से जुड़े किसानों ने मुख्य सचिव एसएस संधू से बात की. इसके साथ ही आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए मुकदमे भी वापस लिये जाएंगे.
डोईवाला में टाउनशिप बनाने और शुगर फैक्ट्री के बंद होने के सरकार के फैसले के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चे के बैनर तले किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे. 26 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर भी बैठे थे. किसानों ने सरकार के इस फैसले के खिलाफ धरना प्रदर्शन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पुतले फूंके. साथ ही ट्रैक्टर रैली निकाल कर महापंचायत भी की थी. किसान नेता राकेश टिकैत ने भी इस महापंचायत में शिरकत की थी.
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5 सितंबर से शुरू होने जा रहे विधानसभा सत्र को भी घेरने का किसानों ने ऐलान किया था. उसके बाद शासन प्रशासन के लिए किसानों को विधानसभा तक पहुंचने से रोकना बड़ी चुनौती बन गया था. आज देर शाम मुख्य सचिव एस एस संधू ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया. उन्होंने किसानों से डोईवाला में किसी भी प्रकार की टाउनशिप एरोसिटी बनाने के लिए दूसरी जगह तलाशने की बात कही. किसान नेता सुरेंद्र सिंह खालसा ने कहा किसानों की एकता के आगे सरकार को झुकना पड़ा. उन्होंने इस आंदोलन से जुड़े सभी किसानों का आभार जताया. उन्होंने कहा सभी किसानों ने एकजुट होकर टाउनशिप की लड़ाई को लड़ा. आखिरकार किसानों के आंदोलन के आगे सरकार को झुकना पड़ा.
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