गुलजार होने लगे राजधानी के पर्यटन स्थल, आप भी हो जाएंगे खूबसूरती के कायल - देहरादून लच्छीवाला
लॉकडाउन से पर्यटन प्रदेश उत्तराखंड की आर्थिकी को भारी नुकसान हुआ है. हालांकि अनलॉक 2.0 में राज्य सरकार ने देहरादून के कुछ पर्यटक स्थलों को सैलानियों के लिए खोल दिया है, जिससे राज्य सरकार की आर्थिकी को फायदा पहुंच सके.
गुलजार होने लगे राजधानी के पर्यटन स्थल
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Published : Jul 13, 2020, 9:33 AM IST
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Updated : Jul 13, 2020, 2:17 PM IST
देहरादून: लॉकडाउन के लागू होने से लेकर मौजूदा वक्त तक उत्तराखंड की लाइफ लाइन कहे जाने वाली पर्यटन इंडस्ट्री बहुत ज्यादा प्रभावित हुई है. लिहाजा देवभूमि उत्तराखंड के पर्यटन को फिर से पटरी पर लाने के लिए राज्य सरकार तमाम प्रयास कर रही है. राज्य सरकार के तमाम प्रयास अब धीरे-धीरे रंग भी लाने लगे हैं. राजधानी देहरादून के ऐतिहासिक पर्यटक स्थल गुच्छूपानी, सहस्त्रधारा और लच्छीवाला का कैसा है नजारा ? इन सभी पर्यटक स्थलों में आखिर किस तरह और कितनी संख्या में पहुंच रहे हैं सैलानी ? देखिए ETV Bharat की स्पेशल रिपोर्ट
गुलजार होने लगे राजधानी के पर्यटन स्थल
उत्तराखंड सरकार आर्थिकी को बढ़ाने के साथ ही प्रदेश के भीतर पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने की कवायद में जुटी हुई है. इसी क्रम में अनलॉक 2.0 के दौरान राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश के सभी पर्यटक स्थलों को सैलानियों के लिए खोल दिया. ताकि पर्यटन कारोबार से जुड़े स्थानीय लोगों का जीवन-यापन ठीक से हो सके.
गुच्छूपानी में दिखने लगी चहल-पहल
पर्यटन प्रदेश होने के चलते उत्तराखंड की आर्थिकी का एक बड़ा जरिया भी पर्यटन ही है. राजधानी देहरादून के पर्यटक स्थलों का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने सबसे पहले देहरादून की धड़कन कहे जाने वाले घंटाघर से गुच्छूपानी पर्यटक स्थल की तरफ रुख किया. यहां पहुंच कर ईटीवी भारत की टीम ने देखा कि राज्य सरकार ने पर्यटकों के लिए गुच्छूपानी खोल तो दिया है लेकिन वो बात नजर नहीं आ रही है जो गर्मियों के सीजन में नजर आती है. आम तौर पर यहां रोजाना हजारों पर्यटक पहुंचते थे. लेकिन मौजूदा समय में 50 से 60 पर्यटक ही पहुंच रहे हैं. हालांकि, ईटीवी भारत से बातचीत में मौजूद पर्यटकों ने अपनी खुशी का इजहार किया.
गुच्छूपानी की स्थिति का जायजा लेने के बाद ईटीवी भारत की टीम ने देहरादून के सहस्त्रधारा पर्यटक स्थल का रुख किया. यहां पहुंचने पर टीम को पर्यटकों की अच्छी-खासी संख्या देखने को मिली. सहस्त्रधारा में रोजाना 150-200 सैलानी घूमने आ रहे हैं. मुख्य रूप से देखा जाए तो सहस्त्रधारा पर्यटक स्थल विश्व विख्यात है. यहां, हर साल लाखों की संख्या में सैलानी पहुंचते हैं. क्योंकि सहस्त्रधारा पर्यटक स्थल गंधक के पानी के स्रोत के रूप में एक अलग पहचान रखता है. इसका पानी त्वचा और पेट सम्बन्धी रोगों में कारगर है. लिहाजा बड़ी तादाद में पर्यटक सहस्त्रधारा घूमने आते हैं. वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत में पर्यटकों ने बताया कि वह लॉकडाउन के बाद पहली बार सहस्त्रधारा मौज-मस्ती करने पहुंचे हैं.
अभी लच्छीवाला खुलने की अनुमति नहीं
इसके बाद ईटीवी भारत की टीम ने देहरादून के लच्छीवाला पर्यटक स्थल का रुख किया. लेकिन लच्छीवाला पर्यटन स्थल को फिलहाल पर्यटकों के लिए नहीं खोला गया है. हालांकि, सामान्य दिनों में लच्छीवाला में सैकड़ों की संख्या में सैलानी पहुंचते हैं. इन दिनों लच्छीवाला पहुंचने वाले सैलानियों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है. हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही लच्छीवाला पर्यटन स्थल को भी सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा.
प्रदेश सरकार, उत्तराखंड की आर्थिकी को मजबूत करने के उद्देश्य से पर्यटन गतिविधियों को शुरू कर रही है. तमाम पर्यटक स्थलों पर पर्यटक पहुंचने भी शुरू हो गए हैं, लेकिन अब देखना होगा कि क्या वाकई प्रदेश सरकार, कोरोना काल से पहले की स्थिति को लाने में पूरी तरह से सफल हो पाएगी या फिर सरकार को अभी पहले जैसे हालात बनाने के लिए तमाम चुनौतियों को पार करना होगा ?