मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी आने वाले पर्यटकों को पार्किंग की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, पार्किंग निर्माण में हो रही देरी का असर पर्यटन व्यवसाय पर भी पड़ रहा है. वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता ने पार्किंग निर्माण में लोनिवि पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.
सामाजिक कार्यकर्ता ललित मोहन काला का कहना है कि लोक निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार के कारण पार्किंग के निर्माण कार्य में देरी हो रही है. जिसके चलते पर्यटन सीजन में आने वाले सैलानियों को ट्रैफिक से निजात नहीं मिल पा रही है. उनका कहना है कि करोड़ों की लागत से बनाई जा रही पार्किंग का निर्माण कार्य बेहद धीमी गति से चल रहा है.
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बता दें कि नगर में पार्किंग के लिए अक्टूबर 2015 में टेंडर आमंत्रित कर पार्किंग निर्माण का जिम्मा फरीदाबाद हरियाणा की कंपनी रिचा इंडस्ट्री को सौंपा गया था. लेकिन जब पार्किंग का निर्माण शुरू किया गया तब यह बात सामने आई कि कंसलटेंसी ने जो डिजाइन तैयार किया वह तकनीकी रूप से सही नहीं है. ऐसे में आईआईटी रुड़की से पार्किंग का नया डिजाइन बनवाया गया और इसके अनुरूप डीपीआर में संशोधन किया गया. वहीं, इस कार्य के लिए 5 करोड़ रुपये जारी किए गए थे और इसकी डेडलाइन जुलाई 2019 तक बढ़ाई गई.
इसके अलावा कार्य के लिए 10 करोड़ का भुगतान किया गया. हालांकि, जब यह डेडलाइन बीती तो पार्किंग का नाम मात्र ही काम पूरा हो पाया था. इसके बाद लोनिवि ने ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने की तैयारी भी शुरू कर दी. तब मुख्य अभियंता स्तर प्रथम कार्यालय ने ठेकेदार को एक और मौका देते हुए 5 जुलाई 2019 तक काम पूरा करने को कहा था. बावजूद इसके निर्माण कार्य की रफ्तार नहीं बढ़ पाई, वहीं, अधिकारियों का दावा था कि साल 2019 के पर्यटन सीजन तक पार्किंग का कार्य पूरा हो जाएगा. लेकिन, अभी तक यह कार्य पूरा नहीं हुआ है.
वहीं, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने कहा कि प्रदेश सरकार मसूरी की समस्या को लेकर गंभीर है. जिसको लेकर मसूरी में कई पार्किंग का निर्माण कराया जा रहा है. ऐसे में मसूरी पेट्रोल-पंप के पास निर्माणाधीन पार्किंग पर सरकार की विशेष नजर है. जल्द ही पार्किंग को तैयार कर जनता को समर्पित किया जाएगा.