देहरादून: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्री इस बार चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं. लेकिन सुविधा के अभाव में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की मौत का मुद्दा मंगलवार को सदन में गूंजा.
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दूसरे दिन सदन में उठाए गए सवाल को लेकर ईटीवी भारत ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से बात की. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में चारधाम यात्रा अपने चरम पर चल रही है. इस वर्ष चारधाम यात्रा ने कई रिकॉर्ड ध्वस्त किए हैं. पर्यटन मंत्री ने बताया कि अभी तक यानी 23 जून तक तकरीबन 23 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर आ चुके हैं, जोकि सुरक्षित और सफल चारधाम यात्रा का एक बड़ा संकेत है.
चारधाम यात्रा मार्ग पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर पर्यटन मंत्री ने कहा कि सरकार और विभाग द्वारा पहले ही गाइडलाइन जारी कर दी गई है कि यात्रा पर आने वाले सभी तीर्थयात्री अपने स्वास्थ्य का चेकअप करा लें. पर्यटन मंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा एक सामान्य यात्रा नहीं है. विषम भौगोलिक परिस्थितियों के साथ-साथ चारधाम यात्रा के दौरान वातावरण में भी काफी बदलाव आता है. ऐसे में मैदान से पहाड़ी इलाकों की तरफ पैदल यात्रा करते वक्त यात्रियों को जरूरी दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए.
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पर्यटन मंत्री ने बताया कि खासतौर से उन यात्रियों को जो कि कॉर्डियक, अस्थमा और अन्य स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से ग्रसित हैं, उन्हें यात्रा पर आने से पहले विशेष एहतियात बरतनी चाहिए. सरकार और विभाग चारधाम यात्रा को पूरी तरह से सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रयासरत है. सरकार इस काम को बखूबी निभा रही है, हालांकि अपनी सेहत का ध्यान तीर्थ यात्रियों को खुद रखना होगा.