देहरादून: लॉकडाउन के बाद अनलॉक 5.0 में कोरोना महामारी के बीच आज प्रदेश भर में स्कूलों को खोला गया. 7 महीने बाद स्कूल खुलने के बावजूद कक्षाओं में छात्र-छात्राओं की संख्या काफी कम देखने को मिली. आपको बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा जारी एसओपी अनुसार आज से प्रदेश में 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए निजी और सरकारी स्कूलों को खोला गया. इस दौरान कोविड-19 को लेकर जारी गाइडलाइंस को लेकर स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन का विशेष ख्याल रखा गया. वहीं स्कूल जाने वाले छात्रों में खुशी देखने को मिली.
रामनगर में छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई
रामनगर में भी आज से 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोल दिया गया. आज 50 प्रतिशत बच्चों को बुलाया गया है. छात्र अभिभावकों की अनुमति पत्र साथ लेकर स्कूल पहुंचे. वहीं, स्कूलों में सभी स्टाफ का कोविड टेस्ट कराया गया. जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है, उन्हें ही स्कूल बुलाया गया है. स्कूल गेट के बाहर ही थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई. क्लास रूम, वॉशरूम को सैनिटाइज किया गया. स्कूल आने वाले बच्चे एवं शिक्षक खुश दिखाई दिए. वहीं, जो छात्र किसी कारणवश स्कूल नहीं आ पा रहे हैं, उनकी ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी.
काशीपुर में खुले स्कूल
काशीपुर में माध्यमिक स्कूलों में 10वीं और 12वीं के छात्रों की आज से पढ़ाई शुरू हो गई है. इस दौरान केवल वे ही छात्र स्कूल आए, जिनके पास अभिभावक की अनुमति पत्र थी. काशीपुर तथा आसपास के क्षेत्रों में 9:15 बजे सुबह सभी स्कूल खुल गए. शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम ने शिक्षा निदेशक और सभी नोडल अफसरों को व्यवस्था पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. इस क्रम में सभी स्कूलों में बच्चे सोशल डिस्टेंस बनाते नजर आए.
मसूरी स्कूलों में सुरक्षा के इंतजाम
2 नवंबर से राज्य सरकार के सभी स्कूलों को खोलने के आदेश के बाद आज मसूरी में भी विद्यालय खोले गए. वहीं, अग्रेजी माध्यम के स्कूल अभी भी बंद है. सरकारी स्कूलों का कहना है कि कोरोना से सुरक्षा को लेकर सभी इंतजाम किये गए हैं. सरकार द्वारा जारी एसओपी में साफ तौर पर निर्देश हैं कि अगर बच्चों को संक्रमण होता है तो स्कूल के प्रिंसिपल और प्रबंधक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.