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मौनी अमावस्या आज, जानिए ग्रहों में बन रहे महा संयोग

शास्त्रों में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है. माघ महीने में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या के नाम से भी जानते हैं. इस साल मौनी अमावस्या 11 फरवरी यानी आज पड़ रही है.

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Published : Feb 11, 2021, 9:19 AM IST

Updated : Feb 11, 2021, 10:07 AM IST

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देहरादूनःमाघ मास की अमावस्या को महत्वपूर्ण माना गया है. पंचांग के अनुसार 11 फरवरी यानी आज अमावस्या की तिथि है. माघ महीने के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली अमावस्या का खास महत्व माना जाता है. इस दिन श्रद्धालु गंगा स्नान कर पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं.

शास्त्रों में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है. माघ महीने में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या के नाम से भी जानते हैं. इस साल मौनी अमावस्या 11 फरवरी यानी आज पड़ रही है. इस दिन भगवान विष्णु के साथ पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है. मौनी अमावस्या के दिन मौन रहने और कटु शब्दों को न बोलने से मुनि पद की प्राप्ति होती है.

मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी या कुंड में स्नान करना शुभ फलदायी माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, माघ अमावस्या के दिन संगट तट और गंगा पर देवी-देवताओं का वास होता है.

पढ़ेंः मौनी अमावस्या: कोविड नेगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता खत्म, श्रद्धालु लगा रहे आस्था की डुबकी

मौनी अमावस्या के दिन ग्रहों का बन रहा महासंयोग-

मौनी अमावस्या के दिन श्रवण नक्षत्र में चंद्रमा और छह ग्रह मकर राशि में होने महासंयोग बना रहे हैं. इस शुभ संयोग को महोदय योग कहते हैं. मान्यता है कि महोदय योग में कुंभ में डुबकी और पितरों का पूजन करने से अच्छे फलों की प्राप्ति होती है.

माघ अमावस्या 2021 तिथि और शुभ मुहूर्त-

फरवरी 11, 2021 आज को 01:10:48 से अमावस्या आरम्भ.

फरवरी 12, 2021 को 00:37:12 पर अमावस्या समाप्त.

मौनी अमावस्या व्रत नियम-

  1. मौनी अमावस्या के दिन सुबह स्नान नदी, सरोवर या पवित्र कुंड में स्नान करना चाहिए. स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए.
  2. इस दिन व्रत रखकर जहां तक संभव हो मौन रहना चाहिए. गरीब व भूखे व्यक्ति को भोजन अवश्य कराएं.
  3. अनाज, वस्त्र, तिल, आंवला, कंबल, पलंग, घी और गौ शाला में गाय के लिए भोजन का दान करें.
  4. यदि आप अमावस्या के दिन गौ दान, स्वर्ण दान या भूमि दान भी कर सकते हैं.
  5. हर अमावस्या की भांति माघ अमावस्या पर भी पितरों को याद करना चाहिए. इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है.
Last Updated : Feb 11, 2021, 10:07 AM IST

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