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एक मई से वैक्सीनेशन के लिए उत्तराखंड तैयार, जानें सरकार की तैयारियां - Vaccination will start from May 1

1 मई से 18-45 साल तक के युवाओं का वैक्सीनेशन होना है. इसके लिए क्या-क्या तैयारियां हैं, आइये जानते हैं.

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1 मई से होने वाले वैक्सीनेशन के लिए तैयार उत्तराखंड

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Published : Apr 28, 2021, 10:48 PM IST

Updated : May 2, 2021, 9:32 AM IST

देहरादून: देशभर में कोरोना के खिलाफ जंग जारी है. इसी कड़ी में 1 मई से 18 से 45 वर्ष के युवाओं को कोरोना वैक्सीन लगनी है. बुधवार शाम 4 बजे से वैक्सीनेशन के लिए युवाओं के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर उत्तराखंड युवाओं के वेक्सीनेशन के लिए कितना तैयार है. इस काम में प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है.

अभी तक कितना वैक्सीनेशन हुआ

2011 की जगणना के मुताबिक 58,16,566 जनसंख्या है, जो प्रदेश के कुल जनसंख्या का करीब 57.67 फीसदी है. जिसमें 60 साल और 60 साल से अधिक उम्र के लोग भी शामिल हैं. हालांकि अभी तक प्रदेश में 15,83,928 लोगों को वैक्सीन का सिंगल डोज और 3,64,764 लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है.

जानें क्या है तैयारी.

25 लाख वैक्सीन का ऑर्डर

अब एक मई से 1 मई 18 से 45 वर्ष के युवाओं को कोरोना वैक्सीन लगनी है. तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत ने प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडे से बात की. जिसमें उन्होंने बताया कि प्रदेश की ओर से युवाओं के वैक्सीनेशन के लिए 25 लाख वैक्सीन का ऑर्डर किया गया है. जिसके लिए प्रदेश सरकार 250 करोड़ रुपए खर्च कर रही है. उन्होंने आश्वस्त किया कि अगले 1 से 2 दिनों में वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी. निश्चित तौर पर 1 मई से युवाओं के वैक्सीनेशन का कार्य भी प्रदेश में शुरू कर दिया जाएगा.

क्या होगी प्रक्रिया

वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के हर ब्लाक में न्यूनतम 10 केंद्र बनाने का निर्णय लिया है. जहां ये टीके लगाए जाएंगे. टीकाकरण के लिए विभाग ने सरकारी एवं निजी क्षेत्रों के अस्पतालों का चिन्हीकरण किया है. टीके की आपूर्ति के लिए सचिव उद्योग सचिन कुर्वे और महानिदेशक स्वास्थ्य तृप्ति बहुगुणा को जिम्मेदारी सौंपी गई है.

वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन.

कोविड-19 वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन

कोरोना वैक्सीन के लिए पहले से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसके लिए कोरोना वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क कोविन (Co-win) प्लेटफार्म बनाया है. इस प्लेटफार्म पर टीकाकरण से जुड़ा हर डेटा उपलब्ध होगा. 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वॉक इन (बिना रजिस्ट्रेशन के टीकाकरण) की सुविधा नहीं है. वहीं 45 साल से अधिक लोगों के लिए वॉक-इन की सुविधा मिलेगी. यानी 1 जनवरी 1977 से पहले जन्मे लोग बिना रजिस्ट्रेशन के भी वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचकर टीका लगवा सकते हैं.

कैसे होगा रजिस्ट्रेशन

  1. कोरोना वैक्सीन के लिए आरोग्य सेतु एप और कोविन वेबसाइट (cowin.gov.in) पर रजिस्ट्रेशन हो रहा है.
  2. मोबाइल नंबर को OTP से वैरिफाई करना होगा
  3. आधार कार्ड, पैनकार्ड या किसी अन्य फोटो पहचान पत्र के अनुसार जानकारी देनी होगी
  4. एक मोबाइल नंबर से अधिकतम चार लोगों का रजिस्ट्रेशन हो सकेगा.
  5. सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन फ्री में लगेगी.
  6. प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने पर शुल्क देना पड़ेगा (उत्तराखंड में निशुल्क है)

रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर आएगा एसएमएस

टीकाकरण का ये पूरा अभियान एसएमएस और पोर्टल रजिस्ट्रेशन पर आधारित है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना टीकाकरण का मैसेज रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर आना है. ऐसे में रजिस्टर्ड नम्बर को बदलना ठीक नहीं है. जिन लोगों के मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड होंगे उन्ही के पास एसएमएस आएगा.

वैक्सीनेशन प्रक्रिया.

उत्तराखंड में फ्री वैक्सीन लेगेगी

उत्तराखंड में राज्य सरकार 18 से 45 वर्ष के युवाओं को मुफ्त में वैक्सीन लगवाएगी. इसका सारा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. कैबिनेट में इसके लिए 450 करोड़ रुपये भी स्वीकृत किये गये हैं. शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बताया कि प्रदेश में 18 साल से अधिक उम्र के करीब 50 लाख लोग हैं, इन सभी लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के लिए एक करोड़ वैक्सीन के डोज की जरूरत होगी. ऐसे में पहले चरण के तहत 25 लाख कोविशील्ड और 2.5 लाख कोवैक्सीन मंगाया जाएगा. इसके एडवांस भुगतान के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है.

450 करोड़ का आएगा खर्च

बता दें कि हाल में हुई कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश में कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए 18 से 45 साल के सभी लोगों को निशुल्क वैक्सीन लगेगी. जिसकी आबादी करीब 50 लाख है. इसमें लगभग 450 करोड़ का खर्च आएगा, जो राज्य सरकार वहन करेगी. बता दें कि 18 से 45 साल के आयु वर्ग में लगने वाले वैक्सीन में 90 प्रतिशत कोविशील्ड और 10 प्रतिशत कोवैक्सीन का टीका लगेगा.

केंद्र सरकार को 50% सप्‍लाई

अगले महीने से शुरू हो रहे टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण के तहत टीका निर्माता अपनी केंद्रीय औषधि प्रयोगशालाओं (सीडीएल) से हर महीने जारी खुराकों की 50 फीसदी सप्‍लाई केंद्र सरकार को देंगे. बाकी 50 फीसदी सप्‍लाई को वे राज्य सरकारों को और खुले बाजार में बेचने के लिए स्वतंत्र हैं.

पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध करवाना होगा चुनौती

बता दें कि भारत बायोटेक और पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया एस्ट्रा जेनेका के साथ मिलकर कोविड वैक्सीन विकसित कर रही है. ऐसे में आगामी 1 मई से देश मे शुरू होने जा रहे युवाओं के वैक्सीनेशन को लेकर कम्पनी के समक्ष देश के हर राज्य में वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती है.

ग्रामीण और दुर्गम इलाकों में कैसे होगा वैक्सीनेशन?

उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए संसाधन जुटाना विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी. प्रदेश में कई इलाके आज भी ऐसे हैं जहां इंटरनेट और संचार व्यवस्था नहीं हैं, ऐसे इलाकों में किस तरह से वैक्सीनेशन अभियान को चलाया जाएगा, इस पर भी सरकार और स्वास्थ्य विभाग को निश्चिच रूप से विचार करना पड़ेगा. दुर्गम इलाकों, सीमांत क्षेत्रों में वैक्सीनेशन की राह आसान करना विभाग के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा.

प्रदेश में टीकाकरण की स्थिति

राज्य में अभी तक 3 लाख 76 हजार 590 व्यक्तियों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है. जबकि 16 लाख आठ हजार व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है.

Last Updated : May 2, 2021, 9:32 AM IST

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