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Uttarakhand Road Accident: सड़क हादसों में 19.15% का इजाफा, हर दिन हो रही तीन लोगों की मौत - road accidents in Uttarakhand

उत्तराखंड हर साल हादसों का काला अध्याय लिख रहा है. साल 2022 में सड़क हादसे में 1042 लोगों ने अपनी जान गंवाई. जबकि, 1613 लोग घायल हुए या फिर अपंग हो गए. सड़क हादसों में हर साल सैकड़ों लोगों की जानें जा रही हैं. लेकिन हादसों पर लगाम लगाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. इसकी तस्दीक आंकड़े कर रहे हैं.

Uttarakhand road accident
उत्तराखंड सड़क हादसे

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Published : Jan 25, 2023, 3:52 PM IST

Updated : Jan 25, 2023, 4:01 PM IST

सड़क हादसों की जानकारी देते आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी.

देहरादूनःउत्तराखंड साल दर साल सड़क हादसे बढ़ रहे हैं. बीती साल 2022 में साल 2021 के मुकाबले 27 फीसदी ज्यादा सड़क हादसे के मामले बढ़े हैं, जो चिंताजनक है. सरकार लगातार सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने को लेकर कई बड़े पहल तो कर रही है. साथ ही परिवहन विभाग की ओर से इंफोर्समेंट को भी बढ़ाया गया है. बावजूद इसके हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ऐसे में परिवहन विभाग के सामने बड़ी चुनौती बनी हुई है कि आखिर साल दर साल बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम कैसे लगाए जाए?

रोजाना जा रही 3 लोगों की जानःउत्तराखंड की सड़कें हर साल खून से लाल हो रही है. इसकी तस्दीक परिवहन विभाग के आंकड़े दे रहे हैं. परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में रोजाना करीब तीन लोगों की सड़क हादसों में जान गई है तो चार लोग घायल हुए हैं. सड़क हादसों में 19.15 फीसदी का इजाफा हुआ है. साथ ही सड़क हादसे में मृतक 27 और घायल 47.85 फीसदी बढ़े हैं.

साल 2022 में 1042 लोगों ने गंवाई जानःदरअसल, साल 2021 में 1405 सड़क हादसे हुए हैं, जिनमें 820 लोगों की मौत हुई. जबकि, 1613 लोग घायल हुए हैं. वहीं, साल 2022 में 1674 सड़क हादसों में 1042 लोगों की मौत हो गई और 1613 लोग घायल हुए. हालांकि, ज्यादातर हादसों की वजह ओवरस्पीड बताई जा रही है. अब इन हादसों के बाद परिवहन विभाग हरकत में आता नजर रहा है.

हादसे का कारण ओवरस्पीडःदेहरादून के आरटीओ प्रवर्तन शैलेश तिवारी ने बताया कि देहरादून जिले में 70 फीसदी से ज्यादा हादसे ओवरस्पीड और गलत दिशा में वाहन चलाने के कारण हो रहे हैं. विभाग ने इन्हीं मामलों में ज्यादा चालान किए हैं. दुर्घटना के कारक अभियोगों में 15 हजार 493 लोगों के चालान किए हैं. जबकि हेलमेट और सीट बेल्ट नहीं पहनने पर 21 हजार से ज्यादा चालान किए हैं. इसके अलावा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस साल का लक्ष्य है कि कम से कम 50 फीसदी हादसों को कम किया जा सके.

साल 2022 में हुए बड़े सड़क हादसेःबीती 5 जून 2022 को यमुनोत्री हाईवे पर डामटा के साथ मध्य प्रदेश के यात्रियों की बस गहरी खाई में गिरी. इस हादसे में 26 लोगों की जान गई. इसके बाद 4 अक्टूबर 2022 को पौड़ी के सिमडी में बारातियों से भरी बसदुर्घटना का शिकार हो गई. जिसमें 33 लोगों की जान चली गई. वहीं, 18 नवंबर 2022 को चमोली के जोशीमठ के उर्गम पला जखोला मार्ग पर सूमो खाई में गिरी. जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा एक-दो लोगों की मौत तो आए दिन हादसे में होती रहती है.

एसडीएम संगीता कनौजिया की मौत, ऋषभ पंत हुए घायलःसाल 2022 के सड़क हादसों में एक एसडीएम की मौत हुई. 26 अप्रैल 2022 को रुड़की क्षेत्र के लंढौरा के पास सोलानी पुल पर एसडीएम लक्सर संगीता कनौजिया की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया था. उनके ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि उन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान 8 सितंबर 2022 को दम तोड़ दिया. वहीं, भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत का 30 दिसंबर 2022 को रुड़की से पहले एक्सीडेंट हो गया. जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गए.
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Last Updated : Jan 25, 2023, 4:01 PM IST

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