देहरादून:राजधानी देहरादून में सांख्यिकी मंत्रालय का अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़े विभिन्न सर्वे कराए जाने को लेकर तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. दरअसल, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों, वार्षिक उद्योग एवं सर्वेक्षण आदि को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं. साथ ही देश में रोजगार की स्थिति को दर्शाने वाला पीएलएफएस (Periodic Labour Force Survey) सर्वे ग्रामीणों और शहरी मूल्यों पर डाटा इकट्ठा करता है. राज्य की एजेंसी द्वारा की गई क्षेत्र गणना और फसल आकलन सर्वेक्षण की निगरानी के माध्यम से फसलों के आंकड़ों में सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
देहरादून: सांख्यिकी मंत्रालय का पीएलएफएस सर्वे के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर
देहरादून में सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसके माध्यम से विनिर्माण क्षेत्र व्यापार और अन्य सेवा क्षेत्र की विशेषताओं के संबंध में डाटा एकत्रित किए जाएंगे.
उपनिदेशक स्नेहा कीर्ति के मुताबिक केंद्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) ने इस बार के सर्वे के लिए महत्वपूर्ण विषय अस्माविष्ट सेक्टर के उद्यम का वार्षिक सर्वेक्षण को शामिल किया है. इस सर्वे की अवधि अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 तक यानी 1 वर्ष की होगी. उन्होंने बताया कि इस सर्वेक्षण के माध्यम से विनिर्माण क्षेत्र व्यापार और अन्य सेवा क्षेत्र की विशेषताओं के संबंध में डाटा एकत्रित किए जाएंगे.
बता दें, एनएसओ के प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा खासतौर से तैयार की गई अनुसूचियों में सर्वेक्षणों से जुड़ी जानकारियां एकत्रित की जाएंगी, जिनका इस्तेमाल केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा विकास और कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में किया जाएगा. ऐसे में जनता को भी यह ध्यान रखना होगा कि अगर जनता द्वारा गलत आंकड़े दिए जाते हैं तो इसके आधार पर बनी योजनाएं भी बेहतर नहीं बन सकती हैं.