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पंडितों-पुजारियों के हाथों में चंदन वाली थाली की जगह होंगी थर्मल स्कैनिंग मशीन, जानिए क्यों - देहरादून न्यूज

केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन के अनुसार उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति के साथ-साथ मंदिर की घंटी बजाने और मूर्ति स्पर्श पर रोक के साथ ही टीका लगाने की मनाही होगी. साथ ही पुजारियों और पंडितों के हाथों में चंदन वाली थाली की जगह थर्मल स्कैनिंग मशीन नजर आएगी.

Thermal scanning
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Published : Jun 6, 2020, 9:52 PM IST

देहरादून: केंद्र सरकार ने अनलॉक 1.0 में तमाम छूट देते हुए 8 जून से सभी धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के जाने संबंधी गाइडलाइन जारी कर चुकी है. इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार जल्द ही राज्य के धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के प्रवेश संबंधी गाइडलाइन जारी करने जा रही है. हालांकि अनलॉक 1.0 में धार्मिक स्थलों को मिली छूट के दौरान पुजारियों के हाथों में चंदन की थाली नजर नहीं आएगी.

जी हां, केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन के अनुसार धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के प्रवेश की अनुमति के साथ-साथ मंदिर की घंटी बजाने, मूर्ति स्पर्श और टीका लगाने की मनाही होगी. धार्मिक स्थलों के परिसर को पूरी तरह से सैनिटाइजेशन के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने के नियम का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को धार्मिक स्थलों पर आने की अनुमति दी जाएगी. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए अब पुजारियों और पंडितों के हाथों में चंदन थाली की जगह थर्मल स्कैनिंग मशीन नजर आएगी.

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इसके लिए अब पुजारियों-पंडितों को सिखाया जा रहा है कि कैसे थर्मल स्कैनिंग मशीन को चलाया जाएगा. लिहाजा धार्मिक स्थलों पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को अब चंदन का टीका लगाने की जगह पंडित-पुजारी थर्मल स्कैनिंग लगाकर टेंपरेचर की जांच करेंगे. यह नहीं, उत्तराखंड राज्य के तमाम धार्मिक स्थलों के लिए प्रशासन ने थर्मल स्कैनिंग मशीन भी खरीद लिए है. हालांकि धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला 8 जून से शुरू होगा.

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