देहरादून:जॉलीग्रांट एयरपोर्ट विस्तारीकरण को लेकर टिहरी विस्थापितों को विस्थापन का डर सताने लगा है. क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को ज्ञापन देकर विस्थापन पर रोक लगाने की मांग की है.
जौली ग्रांट एयरपोर्ट विस्तारीकरण को लेकर परेशान टिहरी ग्रामीण. वहीं वन भूमि में खड़े सैकड़ों पेड़ों को काटने की तैयारी भी की जा रही है. इसी के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं व क्षेत्रीय जनता ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने जंगल को बचाने और विस्थापन रोकने की गुहार लगाई है.
कांग्रेस संगठन के प्रदेश सचिव मोहित उनियाल ने कहा कि टिहरी बांध बनने पर टिहरी वासियों को अपने घर और जमीन को छोड़ना पड़ा था. इसके बाद जॉलीग्रांट एयरपोर्ट में जगह देकर टिहरी विस्थापितों को बसाया गया था. टिहरी विस्थापितों ने यहां घर बना कर व्यवसाय शुरू किया है. टिहरी विस्थापितों के विस्थापन की खबर से ग्रामीण परेशान हैं. इसी के चलते ग्रामीण दोबारा विस्थापन होने का विरोध कर रहे हैं.
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टिहरी से विस्थापित विक्रम भंडारी ने बताया कि प्रदेश के विकास के लिए टिहरी वासियों ने टिहरी बांध के लिए जमीन और घर को छोड़ दिया था. सरकार ने उन्हें जॉलीग्रांट एयरपोर्ट के पास जमीन देकर बसाया था. अब फिर से उन्हें यहां से हटाए जाने की खबर ने परेशानी में डाल दिया है. इसलिए मुख्यमंत्री व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से गुहार लगाई है कि दोबारा विस्थापित न किया जाए साथ ही जंगलों को भी नष्ट होने से बचाया जाए.