देहरादून:टिहरी लोकसभा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत देहरादून जिलेमेंआने वालीविधानसभाओं में इस बार मतदाताओं की राय कुछ अलग ही नजर आ रही है.टिहरी कीसीमा से लगते दूनके अंतिम गांव मालदेवता मेंपिछले 5 सालों की बात करें तो इस इलाके में सांसद द्वाराकोई ऐसा विकास कार्य नहीं किया गया है. ऐसे में ईटीवी भारत ने यहां के मतदाताओं के मन का हाल जाना और उनसे बातचीत की,देखिए ग्राउंड रिपोर्ट...
टिहरी लोकसभा अंतर्गत दूनके अंतिम गांव मालदेवता की ग्राउंड रिपोर्ट. बता दें टिहरी संसदीय क्षेत्र में आने वाले रायपुर विधानसभा के अंतर्गत मालदेवता पर्यटन क्षेत्र के रूप में जाना जाता है. जो टिहरी के बॉर्डर से लगा हुआपर्वतीय क्षेत्र है. यहां के मतदाताओं का कहना है कि इस बार वेदेश की सुरक्षा औरविकास कार्य को देखते हुए अपना मत अधिकार का प्रयोगकरेंगे.मतदाताओं का साफ तौर कहना है कि वे अपनी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह को नहीं जानते हैं और न ही उन्हें कभी क्षेत्र में देखा है लेकिन,अपने वोट को लेकर उन्होंने क्या कहा सुनिए.
स्कूल, स्वरोजगार, पेयजल की मांग
टिहरी जिले से सटे मालदेवता गांव की महिलाओं का कहना है कि इलाके में अच्छे स्कूल की बड़ी समस्या है. स्कूली बच्चों लगभग 10 किलोमीटर दूरदेहरादून शहर में पढ़ाई के लिएजाना पड़ता हैं.वहीं, महिलाओं कोभी सरकार द्वारा इस इलाके में ऐसाकोई स्वरोजगार उपलब्ध नहीं हो पाया है जिससे उनकी आर्थिकी सबल हो सके. इस साथ ही इलाको में पेयजल का भारी संकट है. क्षेत्र में कई पेयजल योजनाएं जस की तस पड़ी हुई है. बावजूद इसके मौजूदा बीजेपी सांसद के दो कार्यकाल गुजर जाने के बाद भी ये क्षेत्र विकास से कोसों दूर है. उधर, बुजुर्ग मतदाताओं का कहना है किउनके बच्चे जहां बेरोजगारी से जूझ रहे हैं. वहीं, दूसरी बुजुर्गों की गुजर-बसर करने के लिए वृद्धापेंशन जैसी स्कीम का भी लाभ नहीं मिल रहा है.
बहरहाल, टिहरी लोकसभा सीट के मौजूदा बीजेपी सांसद माला राज्यलक्ष्मी द्वारापिछले पांच सालों में सांसदनिधि द्वारा इस क्षेत्र में कोई विकास कार्य न करवाए जाने को लेकर ग्रामीणों नेनाराजगी जाहिर की है. लेकिन उनकेमतदान को लेकर खासाउत्साहनजर आ रहाहै.मतदाताओं का कहना है कि उनका वोट सांसद को नहीं बल्किदेश के मजबूत प्रधानमंत्री को जाएगा.