ऋषिकेश: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट की यूनिट-1 का बॉयलर हाइड्रो टेस्ट सफलतापूर्वक कर लिया है. निर्धारित समय में इस उपलब्धि पर सीएमडी राजीव विश्नोई ने अधिकारियों और कर्मचारियों की हौसला अफजाई की है. प्लांट ने साल 2024 में फरवरी तक कमीशनिंग की दिशा में इस और महत्वपूर्ण कदम बताया है.
THDCIL का खुर्जा सुपर पावर प्लांट यूनिट-1 बायलर हाइड्रो टेस्ट हुआ सफल, इतनी है क्षमता
टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. टीएचडीसी ने फरवरी 2024 की कमीशनिंग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है. इसके अंतर्गत खुर्जा सुपर पावर प्लांट की यूनिट-1 का बॉयलर हाइड्रो टेस्ट सफलतापूर्वक कर लिया है.
इनका रहा खास योगदान: अपर महाप्रबंधक डॉ. एएन त्रिपाठी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में टीएचडीसी की यह निर्माणाधीन ताप आधारित परियोजना है. इसकी कुल क्षमता 660-660 मेगावाट है. पावर प्लांट की यूनिट-1 का बॉयलर हाइड्रो टेस्ट एनटीपीस के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) गुरदीप सिंह, टीएचडीसी सीएमडी राजीव विश्नोई, परियोजना निदेशक उज्ज्वल कांति भट्टाचार्य और निदेशक वित्त जे बेहेरा की मौजूदगी में किया गया. सीएमडी गुरदीप सिंह ने परियोजना स्थल पर कर्मचारियों की हौसला अफजाई की. उन्होंने बताया कि यह सामूहिक प्रयास का फल है.
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मील का पत्थर साबित हुई इस टेस्ट की सफलता: राजीव विश्नोई, सीएमडी, टीएचडीसीआईएल ने परियोजना स्थल पर काम कर रहे टीएचडीसीआईएल के सभी कर्मचारियों और अन्य एजेन्सीज और सलाहकार कंपनियों की टीमों को बधाई दी और भविष्य में भी ऐसे उच्च प्रदर्शन हेतु प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि टीएचडीसीआईएल ने सही समय पर यह उपलब्धि हासिल की है. साथ ही परियोजना को पूरा करने के लिये सही दिशा में आगे बढ़ रही है. इस परियोजना का तेजी से निर्माण इसका एक उदाहरण है कि परियोजना प्रबंधन एक महत्वपूर्ण अवधारणा है. 2024 तक खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट का लक्ष्य कमीशनिंग में बॉयलर हाइड्रो टेस्ट की सफलता टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है. टीएचडीसीआईएल की हाइड्रो, पवन और सौर ऊर्जा संयंत्र श्रेणी में संचालित प्रमुख बिजली उपयोगिता है.