देहरादून: उत्तराखंड में दिव्यांग छात्रों को विशेष सहूलियत देने को लेकर राज्य सरकार की तरफ से बड़ा फैसला लिया गया है. इसके तहत अब दिव्यांग छात्र घरों में ही बेहतर शिक्षा पा सकेंगे. कैबिनेट ने जहां इसके लिए अपनी मंजूरी दे दी है, वहीं शिक्षा विभाग भी इस नई व्यवस्था के लिए तैयार दिख रहा है.
दिव्यांग छात्रों को पढ़ाएंगे एक्सपर्ट शिक्षक: उत्तराखंड शिक्षा विभाग अब जल्द ही दिव्यांग छात्रों को एक्सपर्ट शिक्षकों के जरिए बेहतर शिक्षा देने की तैयारी में जुट गया है. हालांकि शिक्षा विभाग अभी दिव्यांग छात्रों को समग्र शिक्षा के तहत तमाम सुविधाएं दे रहा है. इसके अलावा ऐसे छात्रों की सहूलियतों को देखते हुए उनके घरों तक भी शिक्षक पहुंच रहे हैं. अब राज्य सरकार की तरफ से इस दिशा में और बेहतर प्रयास करने का काम किया जा रहा है.
धामी सरकार ने दी 300 शिक्षकों की भर्ती को मंजूरी: दरअसल धामी कैबिनेट ने राज्य में करीब 300 शिक्षकों की भर्ती की मंजूरी दे दी है. यह वह शिक्षक होंगे जो विभिन्न दिव्यांगता के छात्रों को पढ़ाने को लेकर अनुभवी और एक्सपर्ट होंगे. इन शिक्षकों के जरिए शिक्षा विभाग दिव्यांग छात्रों को उनके घरों पर भी विशेष दिव्यांगता के आधार पर शिक्षकों की जिम्मेदारी तय कर सकेगा. यह पहला मौका है जब राज्य में इस तरह दिव्यांग छात्रों के लिए कोशिशें की जा रही हैं. वैसे आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और दिव्यांगता से जुड़े आयोग की तरफ से भी पूर्व में ऐसे छात्रों के लिए विशेष शिक्षकों की नियुक्ति और घरों तक भी शिक्षा दिए जाने को लेकर निर्देशित किया गया था. इस क्रम में धामी कैबिनेट ने अब ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर अपनी मंजूरी दे दी है.
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उत्तराखंड में 3 हजार से ज्यादा दिव्यांग बच्चे चिन्हित: कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब राज्य में करीब 300 ऐसे शिक्षकों का ढांचा तैयार हो सकेगा जो विशेष दिव्यांगता को लेकर शैक्षणिक कार्य को संपन्न कराने के अनुभवी होंगे. आपको बता दें कि शिक्षा विभाग राज्य में करीब तीन हजार से ज्यादा दिव्यांग बच्चों को चिन्हित कर चुका है. हालांकि मौजूदा समय में भी ऐसे छात्रों को शिक्षा से जोड़ा गया है लेकिन अब इसे और बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा सकेगा. गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति में भी दिव्यांग छात्रों की शिक्षा को लेकर विशेष प्रावधान किए गए हैं. इसके तहत उत्तराखंड तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ा है.