देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क में डिस्कवरी के मशहूर शो मैन वर्सेज वाइल्ड की शूटिंग करके जहां उत्तराखंड को विश्व पटल पर एक बार फिर से स्थापित करने का काम किया है. वहीं, अब देहरादून की रहने वाली जुड़वा बहनें (ताशी और नुंग्शी) भी अब बेयर ग्रिल्स के साथ खतरों से खेलते दिखाई देंगी.
दरअसल, 9 सितंबर से लेकर 21 सितंबर तक दोनों बहनें दुनिया की सबसे खतरनाक और मुश्किल रेस का हिस्सा बनने जा रही हैं. फिजी आइलैंड में 9 से 21 सितंबर के बीच होने जा रही 675 किलोमीटर की इस खास रेस के लिए इंडिया से जुड़वां बहनों के अलावा प्रवीन रांगड़ का चयन हुआ है. इसमें जीतने वाले को बड़ा इनाम दिया जाएगा. इस पहले दोनों बहनों ने माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह कर उत्तराखंड सहित भारत का नाम रोशन किया था.
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12 खतरनाक एडवेंचर का करना होगा सामना
फिजी आइलैंड पर 675 किलोमीटर इस रेस में ताशी-नुंग्शी को 12 खतरनाक एडवेंचर का सामना करना होगा. इसमें क्लाइंबिंग, ट्रैकिंग, समुद्र में तैरने से लेकर दौड़ना तक शामिल है. साथ ही साथ खतरनाक जंगलों से होकर भी इस रेस को गुजरना पड़ेगा.
ऋषिकेश के प्रवीण रांगड़ भी टीम का हिस्सा
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए ताशी के पिता डॉक्टर विरेंद्र सिंह मलिक ने बताया कि यह रेस दुनिया की सबसे खतरनाक देशों में से एक है. ग्रिल्स इस रेस को होस्ट करेंगे. इस रेस में ऋषिकेश के प्रवीण रांगड़ को भी ताशी और नुंग्शी ने अपनी टीम का हिस्सा बनाया है. इतना ही नहीं चार जनों की इस टीम में एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल है. इसके साथ ही डॉक्टर मलिक भी अपनी बेटियों को साथ जाएंगे. यहां वो रेस को फतेह करवाने के लिए व्यवस्थाओं का इतजाम करेंगे.
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रेस पर जाने से पहले सीएम के करेंगी मुलाकात
लगभग दो दर्जन से ज्यादा देशों के लोग इस खतरनाक रेस का हिस्सा बनेंगे. इस खतरनाक रेस पर जाने से पहले दोनों बहने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिलेगी और उनका आशीर्वाद लेगी. ताशी-नुंग्शी के पिता का कहना है कि यह उनके लिए और उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है कि उनकी बेटियों को इस प्रतियोगिता के लिए चुना गया है. उन्हें उम्मीद है कि वह भारत का नाम जरूर रौशन करेंगे.