देहरादूनः मौसम में ठंडक बढ़ने के साथ ही डेंगू मच्छर के डंक का असर कम होने लगा है, लेकिन स्वास्थ्य महकमे के सामने अब स्वाइन फ्लू यानी एच1 एन1 जैसी बीमारी की चुनौतियां खड़ी हो गईं हैं. इसकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) की टीम को निर्देशित किया है कि जनपद के सभी स्कूलों में बच्चों को 10 मिनट स्वाइन फ्लू के संबंध में जागरूक किया जाए.
देहरादून के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र त्यागी के अनुसार विभिन्न अस्पतालों से जो रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को प्राप्त हो रही है उसके मुताबिक डेंगू के केस कम हो रहे हैं. मौसम में ठंडक बढ़ने के बाद डेंगू का डाउनफॉल आ रहा है, लेकिन आगामी समय में स्वाइन फ्लू को लेकर विभाग ने कमर कस ली है. अभी तक देहरादून में स्वाइन फ्लू का एक केस ही पॉजिटिव पाया गया है.
स्वास्थ्य विभाग ने आरबीएसके की टीम को निर्देशित किया है कि जिले के सभी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को हाइजीन अपनाने के प्रति जागरूक किया जाए. इसके अलावा सभी अस्पतालों को एडवाइजरी जारी की गई है कि स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिये अलग आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की जाए. स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी अस्पतालों को दवाइयां उपलब्ध करवा दी गईं हैं. इसके अलावा मास्क व प्रोटक्शन इक्विपमेंट भी दिए जा रहे हैं.
वहीं, उत्तराखंड के सबसे बड़े सरकारी दून मेडिकल कॉलेज के सुप्रिटेन्डेन्ट डॉ के के टम्टा के मुताबिक यदि अस्पताल में स्वाइन फ्लू का मरीज आता है तो उसके लिए समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं.अस्पताल की ओर से एक हजार मास्क खरीदने के लिए टेंडर प्रक्रिया आरंभ की गई है. स्वाइन फ्लू मरीज के साथ डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ का कांटेक्ट बना रहता है ऐसे में एहतियातन सभी को वैक्सीन लगवाई जा रही है.