देहरादून: उत्तराखंड के सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी पीजी कॉलेज में बीते 12 सालों से छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर हार का सामना कर रहे कांग्रेस पार्टी के सहयोगी छात्र संगठन एनएसयूआई ने अपना घोषणा पत्र जारी किया है. घोषणा पत्र में छात्र छात्राओं को लुभाने के लिए 15 वादे किए हुए हैं. आज की जरूरत को देखते हुए एनएसयूआई ने कैंपस में 1GB प्रतिदिन फ्री वाईफाई की सुविधा देने का वादा किया है.
NSUI ने जारी किया घोषणा पत्र. कांग्रेस भवन में चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने बताया कि महाविद्यालयों में प्रवक्ताओं के 53 पद रिक्त चल रहे हैं ऐसे में प्रवक्ताओं की नियुक्ति करवाना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है.
उन्होंने कहा कि यदि एनएसयूआई डीएवी पीजी कॉलेज में जीत दर्ज करती है तो विश्वविद्यालय संबंधी कार्यों जैसे डिग्री, माइग्रेशन प्रोविजनल, रिजल्ट संबंधी समस्याओं के लिए समाधान केंद्र की स्थापना भी की जाएगी इसके अलावा छात्र संघ कोष को पारदर्शी बनाने के लिए उसके व्यय को ऑनलाइन किया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि छात्र छात्राओं को पठन-पाठन के लिए इधर उधर जाना पड़ता है इसके लिए लाइब्रेरी रात 8:00 बजे तक छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए खुलवाई जाएगी. ताकि उनको किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े. इसके अलावा उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा के लिए महाविद्यालय परिसर में महिला सुरक्षा कर्मियों की भी व्यवस्था की जाएगी. दरअसल, बीते 12 सालों में एनएसयूआई को अध्यक्ष पद पर जीत नसीब नहीं हुई है ऐसे में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने इस बार छात्रसंघ अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज कराने के लिए कई लुभावने वादे किए हैं.
एनएसयूआई की घोषणा पत्र के प्रमुख बिंदु
- नवीन व आधुनिक कक्षाएं, प्रयोगशाला व कंप्यूटर लैब की स्थापना की जाएगी.
- सभी विभागों को महाविद्यालय की वेबसाइट से जोड़ा जाएगा और प्रतिदिन नवीनतम सूचनाओं को अपडेट किया जाएगा.
- छात्र-छात्राओं के अधिकार आयोग की स्थापना की जाएगी.
- महाविद्यालय में पार्किंग की समस्या का स्थाई समाधान निकाला जाएगा.
- फ्री वाईफाई की सीमा 1GB प्रतिदिन तक बढ़ाई जाएगी.
- कैंटीन में महाविद्यालय के छात्र छात्राओं के लिए मात्र ₹15 में विद्यार्थी थाली उपलब्ध कराई जाएगी.
- महाविद्यालय के जिम में नवीनतम उपकरण लगाए जाएंगे.
- महाविद्यालय के खिलाड़ियों को टीए-डीए बढ़ाने की मांग की जाएगी.
- महाविद्यालय में पेयजल की समस्या और शौचालय की समस्या का समाधान किया जाएगा.
- छात्राओं की सुरक्षा के लिए महाविद्यालय में महिला सुरक्षाकर्मियों की व्यवस्था भी की जाएगी.