देहरादून: भारतीय वन अनुसंधान संस्थान (FRI) परिसर में ट्रेनी आईएफएस अधिकारियों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन द्वारा किए गए 28 दिन के लॉकडाउन को खत्म कर दिया गया है. जिला प्रशासन ने बीती 17 अप्रैल को FRI में हालात सुधरने बाद परिसर को खोल दिया है. हालांकि, FRI परिसर में आने-जाने वालों के लिए सख्त गाइडलाइन जारी की गई है. FRI कैंपस के अंदर बनाए गए आइसोलेशन वॉर्ड और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अनुसंधान के मुख्य भवन को अभी बंद रखा गया है.
नई जारी गाइडलाइन के तहत-
- किसी भी बाहरी व्यक्ति को FRI परिसर में प्रवेश करने पर पाबंदी होगी.
- आवश्यक कार्य के लिए संस्थान में कार्यरत कर्मचारी और अधिकारियों को आने-जाने की छूट रहेगी.
- परिसर में अंदर जाने से पहले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है.
वहीं, परिसर खुलने के एक दिन बाद शनिवार को संस्थान में कार्य करने वाले दो कर्मचारियों को स्क्रीनिंग के दौरान बॉडी टेंपरेचर अधिक पाया गया, जिसके चलते उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया.
ये भी पढ़ें:CORONA को कड़ी टक्कर, फुल फेस मास्क से सुरक्षित होंगे 'वॉरियर्स'
एफआरआई अस्पताल के कर्मचारी मुख्य प्रवेश द्वार पर लोगों की स्क्रीनिंग करने के बाद ही परिसर में प्रवेश करने दे रहे हैं. स्क्रीनिंग करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि 28 दिन तक सील होने के चलते FRI से बाहर रहने वाले कई कर्मचारी अपने घर नहीं जा पा रहे थे. ऐसे में उन्हें सबसे ज्यादा राहत मिली है. साथ ही सरकार द्वारा मिली गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है.
राष्ट्रीय वन अनुसंधान संस्थान में प्रशिक्षु अधिकारी को विदेश की ट्रेनिंग से लौटने पर कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. वहीं, संक्रमित अफसर के संपर्क में आने वाले दो अन्य ट्रेनी अधिकारियों को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. ऐसे में तीन केस सामने आने के बाद सरकार ने 19 मार्च से 1200 एकड़ से फैले एफआरआई परिसर को सील कर दिया था. संस्थान पूरी तरह सील होने के बाद ढाई हजार से अधिक कर्मचारी, अधिकारी और 1600 फैमिली क्वॉर्टर में रहने वाले परिवार FRI के अंदर फंस गए थे.