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जानें, कौन थे शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल जिन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र मिला

जम्मू-कश्मीर के पांच आतंकियों को ढेर करने वाले उत्तराखंड के मेजर विभूति ढौंडियाल (Martyr Major Vibhuti Dhoundiyal) को आज (22) मरणोपरांत शौर्य चक्र (shaurya Chakra) मिला से सम्मानित किया गया. आइए जानते हैं शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल के बारे में...

Late Major Vibhuti Shankar Dhoundiyal
शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल.

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Published : Nov 22, 2021, 2:16 PM IST

Updated : Nov 22, 2021, 2:33 PM IST

देहरादून:2019 पुलवामा में सुरक्षा बल और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर विभूति ढौंडियाल (Martyr Major Vibhuti Shankar Dhoundiyal) अपने जन्मदिन के दिन ही शहीद हो गए थे. जिस दिन विभूति शहीद हुए उस दिन उनका 35वां जन्मदिन था. शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल का जन्म 18 फरवरी 1985 को हुआ था.

शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल (Vibhuti Dhoundiyal) 17 सितंबर 2011 को कमीशन पास करके भारतीय सेना का हिस्सा बने थे. विभूति ढौंडियाल ने देहरादून के सेंट जोसेफ स्कूल से पढ़ाई की थी और आर्मी जॉइन करने से पहले डीएवी कॉलेज से बीएससी पूरी की थी. मेजर विभूति का परिवार मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के ढौंड गांव का रहने वाला है. दादा 1952 में देहरादून आ गए थे, विभूति के दादा और पिता दोनों ही एयरफोर्स के सीडीए दफ्तर से रिटायर हुए थे.

14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद ही पुलवामा के पिंगलान गांव में आतंकियों को ढेर करने के लिए सेना ने एक ऑपरेशन चलाया था. 17 फरवरी 2019 की आधी रात सेना और पुलिस को सूचना मिली थी कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने वाले दो-तीन आतंकवादी पुलवामा के पिलगिन इलाके में छुपे हुए हैं.

सेना ने आधी रात को सर्च ऑपरेशन चलाया और आतंकियों को घेर लिया. 18 फरवरी की सुबह तक सुरक्षा बलों और आतंवादियों के बीच मुठभेड़ चलती रही. इस मुठभेड़ में 55 राष्ट्रीय रायफल्स के चार जवान शहीद हो गए थे, जिसमें से एक देहरादून के मेजर विभूति ढौंडियाल थे. शहीद मेजर तीन बहनों के इकलौते भाई थे. तीनों बहनें उनसे बड़ी हैं.

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पत्नी बनी सेना में लेफ्टिनेंट: शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी नितिका ने अपने पति की शहादत के कुछ दिन बाद ही सेना में शामिल होने का मन बना लिया था. नोएडा में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम कर रहीं नितिका ने नौकरी छोड़ कर दिसंबर 2019 में इलाहाबाद में वुमेन स्पेशन एंट्री स्कीम की परीक्षा दी थी. परीक्षा को वो पिछले साल ही पास कर चुकी थीं. वो स्क्रीनिंग टेस्ट, साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्राउंड टेस्ट, इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट पास कर चुकी थीं.

मार्च 2020 में इसकी मेरिट लिस्ट जारी हुई. मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद चेन्नई की ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) से नितिका को कॉल लेटर मिल गया था. अब ट्रेनिंग पूरी करने के बाद, नितिका आधिकारिक रूप से सेना की वर्दी पहन, बतौर लेफ्टिनेंट सेना में शामिल हो गई हैं. आपको बता दें कि मेजर विभूति के शहीद होने के बाद सोशल मीडिया पर नीतिका का अपने पति को अलविदा करने का भावुक वीडियो वायरल हुआ था.

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नीतिका और विभूति पहली बार कॉलेज में मिले थे. अप्रैल 2018 में उनकी शादी हो गई थी, लेकिन शादी की पहली सालगिरह से कुछ महीने पहले ही पुलवामा हमले के बाद उन्होंने अपने पति मेजर विभूति ढौंडियाल को खो दिया था. हालांकि नितिका ने 18 फरवरी को अपने पति की पहली पुण्यतिथि पर ही सेना में शामिल होकर देश सेवा करने की बात कही थी.

...जब रो पड़ा था पूरा देश

मेजर विभूति ढौंडियाल की शहादत के बाद भी नितिका कमजोर नहीं पड़ीं. 19 फरवरी 2019 को देहरादून में उनके पार्थिव शरीर के पास खड़े होकर जब नितिका ने जोशीले शब्द कहे तो वहां मौजूद हर शख्स का दिल रो पड़ा. उन्होंने कहा था-

"तुम झूठ बोलते थे कि तुम मुझसे प्यार करते थे

तुम तो देश से प्यार करते थे

ये बात देख कर मुझे जलन होती है

तुम जिनको जानते भी नहीं थे...तुमने उनके लिए जान दी

तुमने मुझे फोकस रहना सिखाया

विभूति मैं तुमसे अंतिम सांस तक प्यार करूंगी

मैं लोगों से कहूंगी कि लोग सहानभूति ना जताएं

मैं सब से कहूंगी कि चलो जाते-जाते इनको सब सैल्यूट करते हैं"

Last Updated : Nov 22, 2021, 2:33 PM IST

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