देहरादूनः वन आरक्षी परीक्षा में नकल कराने का षड्यंत्र रचने वाले दो आरोपियों को उत्तराखंड एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने गिरफ्तार किया है. एसटीएफ की गिरफ्त में आया एक आरोपी कोचिंग सेंटर संचालक है और दूसरा कोचिंग सेंटर के संचालक का दोस्त. दोनों हरिद्वार जिले के गुरुकुल नारसन से गिरफ्तार किया गया है. एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक आरोपियों के पास से परीक्षा में नकल कराने के लिए प्रयोग की जाने वाली सामग्री ब्लूटूथ डिवाइस की बरामद हुई है. दोनों के खिलाफ हरिद्वार के थाना मंगलौर में मुकदमा दर्ज किया गया है.
एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ लोग हरिद्वार क्षेत्र में रविवार को होने वाली वन आरक्षी परीक्षा में शामिल होने जा रहे परीक्षार्थियों से धनराशि लेकर नकल कराने के जुगाड़ में लगे हैं. उनमें से एक व्यक्ति एमएस कोचिंग सेंटर का संचालक मुकेश सैनी है, जो पहले भी नकल कराने के आरोप में जेल जा चुका है. मुकेश सैनी एक कुख्यात नकल माफिया है. एसएसपी ने देरी किए बिना तत्काल एमएस कोचिंग सेंटर गुरुकुल नारसन पर छापेमारी की, जहां से पुलिस ने मुकेश सैनी और उसके एक साथी रचित पुंडीर को गिरफ्तार किया.
नकल कराने का तरीका: एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपी मुकेश सैनी पहले भी कई बार परीक्षाओं में नकल करा चुकी है. इलाके में मुकेश सैनी को नकल माफिया के नाम से जाना जाता है. नकल करके परीक्षा पास करने के इच्छुक अभ्यर्थी लगातार मुकेश सैनी के संपर्क में रहते है. फरवरी 2020 में आयोजित वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में मुकेश सैनी ने अपने साथियों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर नकल कराई गई थी. आरोपी ने पहले की तरह इस बार भी वन आरक्षी परीक्षा में अपने साथी रचित पुंडीर के साथ मिलकर नकल कराने की योजना बनाई थी.
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