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STF Raid: छापेमारी में STF ने तीन ठगों को पकड़ा, PMMY के नाम पर करते थे खेल - STF Raid in Dehradun

एसटीएफ ने देहरादून में 3 ठगों को गिरफ्तार किया है. ये ठग प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना (PM Mudra Loan Yojana) के नाम पर धोखाधड़ी करते थे. आरोपियों की गिरफ्तारी अमित विहार कॉलोनी से हुई है. आरोपियों की कब्जे से लैपटॉप, मोबाइल, पासबुक और सिम कार्ड बरामद हुए हैं.

STF Raid in Dehradun:
छापेमारी में STF ने धरे 3 ठग

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Published : Feb 5, 2023, 3:40 PM IST

Updated : Feb 5, 2023, 4:42 PM IST

छापेमारी में STF ने धरे 3 ठग

देहरादून: एसटीएफ ने सहस्रधारा रोड में अमित विहार कॉलोनी के एक मकान में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान मकान से प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना (PM Mudra Loan Yojana) के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले 3 ठगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. आरोपी प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत लोन देने का झांसा देते थे. एसटीएफ ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों से एक लैपटॉप, 13 मोबाइल , 6 पासबुक, 4 सिम कार्ड इत्यादि समान बरामद किया है.

बता दें एसटीएफ को 4 फरवरी को सूचना मिली कि सहस्रधारा रोड में अमित विहार कॉलोनी के एक मकान में कुछ युवक एवं युवतियां प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के बारे में लोगों को फोन पर योजना का लाभ देकर लोन लेने के लिए कह रहे हैं. उनसे इंश्योरेंस के तौर पर 2000 रुपए और रिफंडेबल के रूप में आरटीजीएस के तहत 5000 रुपए से लेकर 10,000 रुपए तक की मांग कर रहे हैं. जिसके लिए क्यूआर कोड को व्हाट्सएप के माध्यम से भेज कर लोगों से धोखाधड़ी की जा रही है. एसटीएफ ने मकान में छापा मारकर मौके से एक महिला सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया. एसटीएफ की गिरफ्त में आए आरोपियों का नाम निशांत शर्मा, टुनटुन कुमार और मेघा शर्मा है. इनके कब्जे से एक लैपटॉप 13 मोबाइल फोन, 6 पासबुक, 4 सिम कार्ड व अन्य सामान बरामद किया गया है.

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एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया सबसे पहले आरोपियों द्वारा फेसबुक पर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना और मुद्रा लोन के बारे में विज्ञापन को अपलोड किया जाता. फिर फर्जी नंबर से लोगों को कॉल की जाती है. जिन लोगों को लोन की जरूरत होती वे लोग इन नंबरों पर बात करते थे. आरोपी लोन लेने के इच्छुक व्यक्ति से उसका आधार कार्ड, बैंक डिटेल और छोटी मोटी संपत्ति की जानकारी मांगते थे. जब लोगों को यकीन हो जाता था कि उन्हें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से लोन मिल जाएगा तो फिर आरोपी उनसे प्रोसेसिंग फीस और इंश्योरेंस के नाम पर पहले 2000 रुपए लेते थे, फिर उन्हें मैसेज किया जाता कि आपका लोन स्वीकृत हो चुका है.

लोन की किश्त की देने की एवज में उन लोगों से 5200 रुपए से लेकर 10200 रुपए तक रिफंडेबल पेमेंट बताकर फर्जी मोबाइल नंबरों के व्हाट्सएप से क्यूआर कोड भेज कर धोखाधड़ी की जाती थी. फिर लोन लेने वाले को बताते थे कि रिफंडेबल पैसे 45 दिन बाद वापस हो जाएंगे. फिर कुछ समय बाद अपने नंबर बदल देते थे. धोखाधड़ी से प्राप्त की जाने वाली धनराशि के लिए इनके द्वारा कुछ गरीब लोगों को पैसे का लालच देकर उनसे फर्जी खाते खुलवाए. उन खातों के एटीएम और पासबुक अपने पास रखे.

Last Updated : Feb 5, 2023, 4:42 PM IST

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