मसूरी: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के प्रदेश सचिव राजेंद्र सिंह नेगी ने टिहरी में दलित युवक की हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. हादसे के बाद उन्होंने गांव का दौरा भी किया. उन्होंने कहा कि गांव में छुआछूत जैसी प्रथा आज भी कायम है. साथ ही उन्होंने सरकार और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं.
भाकपा (माले) के प्रदेश सचिव राजेंद्र सिंह नेगी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शादी समारोह में दलित युवक की पिटाई के दौरान दूसरे दलित व्यक्ति द्वारा बीच-बचाव किया गया था और आरोपियों द्वारा उसकी भी जमकर पिटाई की गई थी. जिसके बाद दूसरा दलित व्यक्ति पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट करने के लिए गया था परंतु उसका आज तक कुछ पता नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस निष्पक्ष रूप से जांच कर रही है तो दूसरे दलित व्यक्ति को सबके सामने प्रस्तुत करे और उसके बयान दर्ज करे.
भाकपा (माले) ने दी प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी. उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीड़ित परिवार की ओर से कहा जा रहा है कि इस घटना में पकड़े गए आरोपियों के अलावा 4 से 5 लोग और भी शामिल थे. जिनके खिलाफ पुलिस किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रही है और वह लोग खुली हवा में घूम रहे हैं. जबकि पीड़ित परिवार के द्वारा उनके खिलाफ भी पुख्ता सबूत दिए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि जांच में लापरवाही होने पर बड़ा आंदोलन होगा. पीड़ित परिवार बहुत गरीब हैं और जीवन यापन के लिए परिवार के पास पैसा नहीं है.
ऐसे में पीड़ित परिवार के कोर्ट केस में जो भी खर्चा आएगा उसको सीपीआईएम वहन करेगी और निशुल्क कानूनी सेवा प्रदान करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार निष्पक्ष नहीं है, ऐसे में न्याय मिलने की उम्मीद कम है. उन्होंने कहा कि अगर दलित परिवार को न्याय नहीं मिला तो सीपीआईएम उत्तराखंड सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलेगी.