देहरादूनःउत्तराखंड में धार्मिक आयोजन के तहत भंडारा करवाना और पानी पिलाना आयोजनकर्ताओं के लिए मंहगा पड़ सकता है. अब उत्तराखंड पर्यावरण प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के मूड में है. ये कदम आयोजन स्थलों पर होने वाले प्रदूषण को लेकर उठाया जा रहा है. वहीं, किसी भी धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन से पहले प्रशासन की अनुमति लेना अनिवार्य होगा.
दरअसल, बीते कुछ समय से देहरादून समेत प्रदेश भर में मीठा पानी पिलाने के कई कार्यक्रम चल रहे हैं. जिसके तहत सेवा भाव से लोगों को प्याऊ लगाकर मीठा पानी तो पिलाया जाता है, लेकिन आसपास के पूरे क्षेत्र में काफी गंदगी फैला दी जाती है. इसमें प्लास्टिक के गिलास, डिस्पोजल समेत अन्य दूसरे सामान फेंक दिए जाते हैं. मामले को गंभीरता से लेते हुए अब कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने ऐसे आयोजनों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड समेत प्रदेश भर के सभी जिलाधिकारियों को नजर रखने के निर्देश दिए हैं. इन धार्मिक आयोजनों में भंडारा करवाना और पानी पिलाना भी शामिल है. जिसमें पूरी तरह से प्लास्टिक का उपयोग को वर्जित करने की तैयारी की जा रही है.