देहरादून: बीती 14 जुलाई को राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर राजभवन का घेराव किया था. उस दौरान आंदोलनकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये गए थे. इसी को लेकर प्रदेश भर के आंदोलनकारी 18, 19 और 20 जुलाई को प्रदेश भर में प्रदेश सरकार का पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.
राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप का कहना है कि उत्तराखंड का गठन आंदोलनकारियों की देन है. लेकिन बड़े खेद की बात है कि प्रदेश सरकार की ओर से विपक्षी दलों को तो निशाना बनाया ही जा रहा था, अब प्रदेश सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों को भी टारगेट करना शुरू कर दिया है. धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि सरकार को राज्य आंदोलनकारियों के लिए 10% क्षैतिज आरक्षण (Horizontal Reservation) लागू करना चाहिए था, लेकिन आंदोलनकारियों से जुड़ा क्षैतिज आरक्षण अधिनियम से संबंधित एक्ट आज तक लागू नहीं किया गया. इसका खामियाजा अब नौजवानों को भुगतना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें: AAP ने 'यूनिक बिजली गारंटी कार्ड' अभियान से फूंका चुनावी बिगुल, 350 वाहन किए रवाना