देहरादून:आईपीएल (Indian Premier League) सहित तमाम तरह के खेलों में ऑनलाइन सट्टेबाजी का काला कारोबार अब कई तरह के अन्य संगीन अपराधों को जन्म दे रहा है. आज इंटरनेट-एप पर उपलब्ध तरह-तरह के गैंबलिंग वाले खेलों में दांव लगाने वाले अनगिनत लोग न सिर्फ अपनी और अपने परिवार की जमा पूंजी को गंवा रहे हैं, बल्कि सट्टेबाजी में बर्बाद होने होने के बाद तनाव और नशे की गर्त में भी फंसते जा रहे हैं. यह मानना है उत्तराखंड STF का नेतृत्व कर रहे एसएसपी अजय सिंह का.
उत्तराखंड एसटीएफ अजय सिंह की मानें तो वर्तमान समय में ऐसे दर्जनों इंटरनेट एप उपलब्ध हैं, जिनके जरिए ऑनलाइन सट्टेबाजी संगठित गिरोहों द्वारा घर बैठे खिलायी जा रही है. इस खेल में अधिकांश वह रैकेट भी शामिल हैं, जो पहले से ड्रग्स के कारोबार को बढ़ावा दे रहे हैं. IPL सहित ऑनलाइन सट्टेबाजी में दांव लगाकर रातों-रात लखपति-करोड़पति बनने के प्रलोभन में फंसा कर संगठित अपराध करने वाले गैंग का सबसे बड़ा टारगेट वह नौजवान और बेरोजगार लोग हैं, जो इस खेल में घर-परिवार की पूंजी बर्बाद कर रहे हैं और अन्य अपराधों में लिप्त होते जा रहे हैं.
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक ऑनलाइन सट्टेबाजी का काला धंधा किसी भी एक विशेष क्षेत्र से नहीं बल्कि देशभर में कहीं से भी संचालित हो रहा है. दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में कुछ ऐसे नेटवर्क सक्रिय हैं, जिनके द्वारा गैंबलिंग खिलाने के लिए बुकिंग द्वारा एप कंपनियों को भुगतान कर सट्टेबाजी संचालित की जा रही है. हर एक मिनट दांव खेलने का यह सारा काम ऑनलाइन होने की वजह से इसको ट्रैक करना पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है. इसके बावजूद आधुनिक पुलिसिंग के बढ़ते कदम इस तरह के ऑनलाइन अपराध को विशेषज्ञों की टीम से ट्रैक कर एक के बाद के क्राइम वर्कआउट कर रही है.