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World Bone and Joint Day: वजन कम करने के लिए वॉक करें या जॉगिंग, जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर - dehradun latest hindi news

विश्व बोन एंड ज्वाइंट डे पर ईटीवी भारत ने देहरादून में ऑर्थोपेडिक सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ गौरव गुप्ता से खास बातचीत की. डॉ गौरव गुप्ता ने बताया कि इस साल की थीम हमारे देश में 'Stronger bones Stronger India' है, जिस पर तमाम तरह के जागरूकता कार्यक्रम चल रहे हैं. डॉ गौरव गुप्ता कहते हैं कि उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में ऑर्गेनिक रूप से पाए जाने वाले मोटे अनाज कैल्शियम से भरपूर होते हैं.

World Bone and Joint Day
विश्व बोन एंड ज्वाइंट डे

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Published : Aug 4, 2022, 3:22 PM IST

देहरादून: 4 अगस्त को विश्व बोन एंड ज्वाइंट डे के रूप में मनाया जाता है. इस दिवस के मौके पर ऑर्थोपेडिक्स सोसाइटी शरीर की हड्डियों को मजबूत रखने और साथ ही दुर्घटनाओं में प्राथमिक उपचार को लेकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं. देहरादून में ऑर्थोपेडिक सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ गौरव गुप्ता ने बताया कि चार दिवस को 4 अगस्त को पूरे विश्व में ऑर्थोपेडिक सोसाइटी बोन एंड ज्वाइंट डे के रूप में मनाती है.

डॉ गौरव गुप्ता ने बताया कि इस दिन का मकसद होता है कि हम समाज में हड्डियों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को साझा कर सकें. उनके संबंध में जागरूकता बढ़ा सकें. डॉ गौरव गुप्ता ने बताया कि इस साल की थीम हमारे देश में 'Stronger bones Stronger India' है, जिस पर तमाम तरह के जागरूकता कार्यक्रम चल रहे हैं.

जानिए क्या कहते हैं डॉक्टर.

पहाड़ों पर होने वाली दुर्घटनाओं में बचाई जा सकती है जान: डॉक्टर गौरव गुप्ता बताते हैं कि आज की तारीख में खासतौर से उत्तराखंड में दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में होने वाले दुर्घटनाओं के पीड़ितों तक सबसे पहले पहुंचने वाले लोग मेडिकल सुविधा पहुंचने से पहले दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों की जान बचा सकते हैं. इस संबंध में आज के दिन जागरूकता और पारक्षिषण शिविर चलाए जाते हैं.

डॉक्टर ने बताया कि अक्सर सड़क दुर्घटनाओं में फ्रैक्चर और हार्ट फेलियर जान जाने के सबसे ज्यादा कारण होते हैं, तो ऐसे में कैसे बिना किसी मेडिकल सहायता के रिलीफ दिया जा सकता है. उसको लेकर जागरूकता की बेहद जरूरत है, जिसके लिए ड्राइवर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों और आम लोगों को ट्रेनिंग दी जाती है कि कैसे सहायता आने तक किसी व्यक्ति को मदद की जा सकती है. विदेशों में इस प्रशिक्षण को अनिवार्य रूप से हर व्यक्ति के लिए रखा गया है, जिसकी आज हमारे समाज में भी बेहद जरूरत है.
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कैल्शियम की पूर्ति करते हैं उत्तराखंड ऑर्गेनिक अनाज:डॉ गौरव गुप्ता बताते हैं कि हड्डियों की मजबूती के लिए शरीर को एक संतुलित पोषण की भी बेहद जरूरत होती है. उत्तराखंड के परिपेक्ष में खासतौर से पहाड़ी इलाकों में भरपूर पोषण बाहरी रूप से लोगों तक नहीं पहुंच पाता है. लेकिन उत्तराखंड के पर्वतीय अंचलों में रहने वाले लोग गांव में पाए जाने वाले खाद्य पदार्थों से अपनी पोषण की जरूरत को पूरा कर सकते हैं.

डॉ गौरव गुप्ता कहते हैं कि उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में ऑर्गेनिक रूप से पाए जाने वाले मोटे अनाज कैल्शियम से भरपूर होते हैं. इनके जरिए कैल्शियम की मात्रा को पूरा किया जा सकता है. उत्तराखंड में पाए जाने वाले अनाज आज से नहीं आदिकाल से फाइबर और सभी पोषण युक्त रहे हैं. यही वजह है कि उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोग बेहद मजबूत और मेहनती होते हैं. हमें अपने पारंपरिक खानपान और ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देना चाहिए यह हमारे शरीर के बाकी हिस्सों के साथ-साथ हमारी हड्डियों और शरीर की मजबूती के लिए भी बेहद लाभकारी है.

वजन कम करने के लिए जॉगिंग करें या वॉक:डॉ गौरव गुप्ता बताते हैं कि हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ अपने हड्डियों की मजबूती के लिए निरंतर एक्सरसाइज करनी जरूरी है. साथ ही उन्होंने एक्सरसाइज के तरीकों को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि हमें साइकिलिंग करनी चाहिए. आजकल एक अजीबोगरीब धारणा जो मॉर्निंग वॉक और जॉगिंग को लेकर चल रही है कि ज्यादा दौड़ने से घुटनों में दर्द होना शुरू हो जाता है, इसको लेकर भी डॉक्टर ने कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की.

डॉक्टर गौरव गुप्ता बताते हैं कि अक्सर लोग अपना वजन कम करने या फिर बेली फैट को घटाने के लिए सुबह-सुबह दौड़ लगाते हैं. अगर आपके घुटनों में दर्द है तो दौड़ लगाने से बेहतर है कि आप वॉक करें. आप अगर दौड़ने की वजह तेज वॉक करते हैं, तो उससे भी आपके शरीर पर वही असर पड़ेगा जो कि दौड़ने से पड़ता है. इससे आपको घुटनों में दर्द का रिस्क कम रहेगा.

साथ ही डॉक्टर बताते हैं कि वजन घटने या बढ़ने का सीधा संबंध आपकी कैलोरी बर्न होने से है. अगर आप फास्ट वॉक करते हो तो उससे भी कैलोरी उतनी ही बन होती है. अगर जब तक जरूरी ना हो आप केवल वर्क करें और ऐसा ना सोचे कि वॉक करने से आपको फायदा नहीं होगा.

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