देहरादून:चीन में खतरनाक रफ्तार से बढ़ते कोरोना संक्रमण से भारत अलर्ट हो गया है. देशभर में कोरोना को लेकर विशेष सर्तकता बरती जा रही है. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट एंड वैक्सीनेशन पर जोर देने को कहा है. उत्तराखंड सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर फिर से विशेष अभियान की शुरुआत कर दी है.
चीन में मिला कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन बीएफ 7 काफी खतरनाक बताया जा रहा है. भारत में इसके अभीतक 4 मरीज सामने आए हैं. उत्तराखंड में ओमिक्रॉन बीएफ 7 का कोई मामला सामने नहीं आया है. लेकिन सरकार और स्वास्थ्य विभाग कोरोना के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहती है. इसीलिए सरकार ने टेस्टिंग के साथ वैक्सीनेशन पर जोर दिया है. वैक्सीनेशन को लेकर उत्तराखंड के सभी जिलाधिकारियों और सीएमओ को भी शासन की तरफ से निर्देशित किया गया है. उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 165 जगह पर कैंप संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें सरकारी अस्पताल में लगाए जा रहे कैंप भी शामिल हैं. 23 दिसंबर को 2215 लोगों ने वैक्सीन की (पहली, दूसरी और प्रिकॉशन) डोज लगवाई है.
91 लाख लोगों को लगी पहली डोज:उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग के मिली जानकारी के अनुसार अभी तक प्रदेश भर में 91,14,958 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है. यानी प्रदेश में लगभग 102 फीसदी लोग कोविड वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं. जिसमे 12 से 14 साल के 4,02,309 बच्चे, 15 से 17 साल 5,32,603 बच्चे, 18 प्लस 78,70,749 लोगों के साथ ही 1,20,753 हेल्थ केयर वर्कर्स और 1,88,544 फ्रंट लाइन वर्कर्स ने कोविड वैक्सीन की पहली खुराक ली है.
87 लाख को लगी डबल डोज: अभी तक प्रदेश भर में 87,22,841 लोग कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा चुके हैं. यानी प्रदेश में करीब 98 फीसदी लोग कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक ले चुके हैं. जिसमे 12 से 14 साल के 3,15,984 बच्चे, 15 से 17 साल के 4,66,508 बच्चे, 18 प्लस 76,30,744 लोगों के साथ ही 1,20,367 हेल्थ केयर वर्कर्स और 1,89,238 फ्रंट लाइन वर्कर्स ने कोविड वैक्सीन की दूसरी खुराक ली है.