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भराड़ीसैंण विधानसभा में आयोजित बजट सत्र रहा ऐतिहासिक: प्रेमचंद अग्रवाल - Uttarakhand Assembly

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि भराड़ीसैंण में आयोजित विधानसभा बजट सत्र ऐतहासिक रहा और यह सत्र हमेशा याद रखा जाएगा. देखिए ETV भारत से प्रेमचंद अग्रवाल की खास बातचीत

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प्रेमचंद अग्रवाल

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Published : Mar 7, 2020, 4:42 PM IST

देहरादून/गैरसैंण: पांच दिनों तक चले उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र की कार्यवाही 25 मार्च सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. पांच दिनों तक संचालित हुए बजट सत्र को राज्य के विकास के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं. वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि 5 दिन तक चलाया सदन बहुत अच्छा चला है और इस सत्र में बहुत अच्छी डिबेट भी हुई है.

भराड़ीसैंण विधानसभा में बजट सत्र.

प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सत्र के दौरान राज्यपाल का अभिभाषण, बजट सत्र और पक्ष- विपक्ष विधायकों के बीच हंसी-मजाक भी हुई. साथ ही बताया कि विपरीत परिस्थितियों में सत्र चला रहे हैं क्योंकि, बीते दिन हुई बर्फबारी के कारण भराड़ीसैंण में ठंडक बढ़ गई है और आज यहां का मौसम बहुत सुहावना हो गया है. जिससे लोगों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है बावजूद इसके अधिकारी, कर्मचारी और पुलिसकर्मी सभी विपरीत परिस्थितियों में भी यहां जुटे हुए हैं.

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जन भावनाओं का सम्मान करते हुए गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है. ऐसे में यह बजट सत्र हमेशा याद किया जाएगा और ऐतिहासिक बजट सत्र कहा जाएगा. वहीं, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने बताया कि हमेशा की तरह इस बार भी प्रश्नकाल बहुत अच्छा चला है. यही नहीं सदन पूरी तरह से व्यवस्थित और अच्छे ढंग से संचालित हुआ है और 18वीं बार पूरे प्रश्न उत्तरित हुए हैं.

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प्रेमचंद अग्रवाल ने सभी विधानसभा सदस्यों का धन्यवाद व्यक्त किया. सदन के भीतर सत्तापक्ष के विधायकों की संख्या बेहद कम होने के सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि सदन की कार्रवाई में सभी को मौजूद रहना चाहिए, लेकिन उन्हें ऐसा लगता है कि जो मुख्यमंत्री ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित की है. ऐसे में तमाम विधायक अपने-अपने क्षेत्र में खुशियां मनाने गए हैं. हालांकि, सदन की कार्यवाही भी जरूरी है और उन्हें यहां मौजूद होना चाहिए था.

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